टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील कुमार ने कहा कि नाबार्ड बिहार के सभी 38 जिलों में कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह की सुविधा के लिए एक संभावित लिंक्ड प्लान (पीएलपी) तैयार किया है।
उनके अनुसार, फसल के प्रवाह की संभावना प्रत्येक क्षेत्र जैसे फसल, पशुपालन, डेयरी, पोल्ट्री, मत्स्य पालन, बकरी पालन, बागान और बागवानी, खेत मशीनीकरण, गोदाम और स्वयं सहायता समूह ऋण देने के काम आती है।
नाबार्ड के अधिकारी ने कहा कि 15 जनवरी को आयोजित राज्य क्रेडिट सेमिनार में इस पर एक प्रस्तुति दी गई।