एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने सोमवार दोपहर नोएडा के पॉश इलाके में स्थित एनसीयूआई के विशाल भवन का दौरा किया।
इस विशाल भवन का नाम “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर कॉपरेटिव ट्रेनिंग” इंस्टीट्यूट है। संघानी ने अपने दौरे के दौरान भवन के कामकाजों को जायजा लिया। पाठकों को याद होगा कि एनसीयूआई के पूर्व अध्यक्ष डॉ चंद्रपाल सिंह यादव ने पिछले नवंबर में भवन का उद्घाटन किया था। सिंह ने नोएडा प्राधिकरण से जीमन बचाने और निर्माण कार्य में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
भारतीय सहकारिता संवाददाता से बातचीत में संघानी ने कहा, “निर्माण कार्य अगले 3-4 महीनों में खत्म हो जाएगा और उसके बाद सहकारी नेताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह पाँच मंजिला इमारत है जिसमें प्रयोगशाला और छात्रावास जैसी सुविधाएं उपलब्ध है है। भवन के प्रथम तल पर एक कॉन्फ्रेंस हॉल है। इस केंद्र के माध्यम से सहकारी आंदोलन की उपलब्धियों को उजागार किया जाएगा”, संघानी ने कहा।
इस मौके पर एनसीयूआई अधिकारियों के अलावा, संस्था के सीई एन सत्यनारायण, दो गवर्निंग काउंसिल के सदस्य जी एच अमीन और गुरताप सिंह खुशालपुर भी उपस्थित थे। अमीन को एनसीयूआई की बोर्ड ने भवन के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा है।
अगर हम एनसीयूआई के दिल्ली स्थित मुख्यालय में उपलब्ध प्रशिक्षण केंद्र की बात करे तो इसकी तुलना में नोएडा भवन काफी बड़ा है।
संघानी ने कहा कि सहकारी आंदोलन को सफल बनाने और अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए, प्रशिक्षण आवश्यक है और मुझे यकीन है कि यह केंद्र देश में सहकारी आंदोलन का केंद्र बिंदु बनेगा।
ज्ञात होगा कि 2006 में, नोएडा प्राधिकरण ने 90 साल की अवधि के लिए लीजहोल्ड के आधार पर एनसीयूआई को 3000 वर्ग मीटर का एक औद्योगिक भूखंड आवंटित किया था। इस केंद्र के बेसमेंट में प्रिंटिंग प्रेस होगी और बाकी क्षेत्र में प्रशिक्षण से जुड़ी गतिविधियां की जाएगी।