सहकार भारती के वरिष्ठ नेता सतीश मराठे, उदय जोशी, डी एन ठाकुर समेत अन्य ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व जी-20 शिखर सम्मेलन के शेरपा सुरेश प्रभु से पिछले सप्ताह दिल्ली में उनके कार्यालय में मुलाकात की और सहकारी क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
इस बैठक में अन्य मुद्दों के अलावा कोऑपरेटिव डेवलपमेंट फोरम (सीडीएफ) के गठन पर भी चर्चा हुई।
“भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए मराठे ने कहा, “हमने श्री प्रभु से उनके कार्यालय में मुलाकात की और कोऑपरेटिव डेवलपमेंट फोरम (सीडीएफ) की स्थापना के मुद्दे पर चर्चा की। हमें उम्मीद है कि मार्च के मध्य तक सीडीएफ का उद्घाटन होगा। इसका कार्यालय दिल्ली में होगा और यह फोरम देश के सहकारी आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगा।”
उन्होंने आगे कहा, इस मंच की अध्यक्षता सुरेश प्रभु करेंगे। इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी, कृभको के चेयरमैन डॉ चंद्र पाल सिंह यादव, एनसीयूआई के चेयरमैन दिलीप संघानी, नेशनल कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन मंगल जीत राय, आरबीआई सेंट्रल बोर्ड के डायरेक्टर सतीश मराठे और नेफकॉब के चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता इसके सदस्य होंगे।
“सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी इसके सदस्य सचिव होंगे”, मराठे ने इस संवाददाता से कहा।
“एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में हमने उनसे पैक्स को मजबूत करने में मदद करने का आग्रह किया, जिनका दूरदराज गांवों में एक विशाल नेटवर्क है। प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के लिए एक राष्ट्रीय भुगतान गेटवे होना चाहिए”, मराठे ने मांग की।
मराठे ने आगे कहा, “हमने सार्वजनिक मुद्दों/निजी प्लेसमेंट आदि के माध्यम से बॉन्ड/ शेयर जारी करके को-ऑप्स को पूंजी जुटाने में मदद करने के लिए राज्य को-ऑप अधिनियमों में संशोधन करने का भी अनुरोध किया”।
“सुरेश प्रभु जी ने हमारी बातों को बहुत धैर्य से सुना और जल्द ही उनका समाधान करने का आश्वासन दिया”, उन्होंने कहा।
इस बैठक के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर वॉल के माध्यम से विवरण भी साझा किया।
प्रभु ने ट्वीट किया, “सहकारिता विकास मंच (सीडीएफ) के आगामी कार्यक्रमों पर सतीश मराठे जी, निदेशक आरबीआई, उदय जोशी जी- सहकार भारती और बिहार के अनुभवी सहकारी नेता डीएन ठाकुर से चर्चा हुई।
सहकार भारती के नेताओं के अलावा, इफको के संयुक्त महाप्रबंधक (सहकारिता रिलेशन) तरुण भार्गव और “सिंपली देसी मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड” के चीफ प्रमोटर लक्ष्मी नारायण गुप्त भी बैठक में मौजूद थें।