कृषि सहकारी संस्था नेफेड ने पिछले हफ्ते अपने दिल्ली स्थित मुख्यालय में सेंटर फॉर कोऑपरेटिव एंड लाइवलीहुड (सीसीएल) और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
एमओयू के तहत, नेफेड एलबीएसएनएए को बीज पूंजी प्रदान करेगा। यह एमओयू किसानों की आय दोगुनी करने और जमीनी स्तर पर आजीविका सुधारने में मदद करेगा।
इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर ए.के. राठ, कार्यकारी निदेशक, नेफेड और डॉ मिलिंद रामटेके, उप निदेशक ने नेफेड के अध्यक्ष डॉ बिजेन्द्र सिंह, एमडी संजीव चड्ढा की उपस्थिति में किया।
एलबीएसएनएए की ओर से इसके निदेशक संजीव चोपड़ा मौजूद थे। एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी, आईसीए-एपी के क्षेत्रीय निदेशक बाला सुब्रमणियन ने भी इस अवसर पर आभार व्यक्त किया।
इस खबर को नेफेड के सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से शेयर किया गया था। उन्होंने लिखा, “एक और मील का पत्थर – नेफेड ने एलबीएसएनएए के साथ ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किया।”
बता दें कि नेफेड एमएससीएस अधिनियम के तहत पंजीकृत है। नेफेड की स्थापना किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए कृषि उपज के सहकारी विपणन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
नेफेड ने 2019-20 के दौरान 165.65 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ 16280.98 करोड़ रुपये का कारोबार किया। 2019-20 के दौरान, 16066 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 33,03,157 मीट्रिक टन तिलहन और दालों की खरीद की गई।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में नेफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने नई दिल्ली के कैलाश कॉलोनी में नेफेड बाजार आउटलेट का उद्घाटन किया था। इस बाजार के माध्यम से नेफेड अपने उत्पादों को दाल, मसाले, अनाज, आटा, शहद, खाद्य तेल, सन बीज, चिया बीज, चाय, आदि प्रदान कर रहा है।