सहकार भारती के नेता प्रीतपाल बेलचंदन का नाम एक बार फिर से सुर्खियों में बना हुआ है। दुर्ग जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहते हुए उन पर 15 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है, जिसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई की गई है।
बेलचंदन के खिलाफ एफआईआर बैंक के सीईओ पंकज सोढ़ी के पिता जयपाल सिंह सोढ़ी ने दर्ज कराई है।
इस बीच, “भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा, “मैंने एक पैसे का भी गबन नहीं किया है और अध्यक्ष रहते हुए मैंने नाबार्ड द्वारा निर्धारित मानदंडों पर ऋण बांटे थे। इसके अलावा, सरकारी एजेंसियां हमारे बही-खातों का ऑडिट करती हैं और हमेशा हमें ‘ए’ ग्रेड देती थीं। यह मेरी छवि को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है क्योंकि मैं भाजपा से जुड़ा हूँ।”
उनके विरोधियों का कहना है कि 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 तक अध्यक्ष पद पर रहते हुए बेलचंदन और उनकी टीम ने नियमों में परिवर्तन करके वनटाइम सेटलमेंट का नया नियम बनाकर लागू किया था। नियम विरुद्ध जाकर 186 प्रकरणों में 17 करोड़ 5 लाख 61 हजार रुपए छूट प्रदान कर बैंक निधि का दुरुपयोग कर आर्थिक हानि पहुंचाई।
इससे पहले, दुर्ग डीसीसीबी में धन के दुरुपयोग से संबंधित शिकायतें अधिकारियों को सौंपी गई थीं। कलेक्टर के निर्देशानुसार एक इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया।
कलेक्टर के आदेश पर बिरेन्द्र बहादुर पंचभाई अपर कलेक्टर, विनोद बुनकर उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, अजय कुमार अंकेक्षण अधिकारी उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, एके सिंह सहकारिता निरीक्षक उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं के संयुक्त टीम ने मामले की जांच की।
प्रशासन की टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन एवं निर्वाचित संचालक मण्डल के सदस्यों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अब नियम के तहत कार्रवाई करेगी और कभी भी बेलचंदन की गिरफ्तारी हो सकती है।
बेलचंदन पिछले 23 सालों से भाजपा के सदस्य हैं और लगातार चार बार दुर्ग डीसीसीबी के अध्यक्ष भी चुने गए। वह भाजपा के राष्ट्रीय सहकारी सेल के सदस्य भी थे और उन्हें दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठकों में अक्सर देखा जाता था।