गुजरात स्थित राजकोट नागरिक सहकारी बैंक ने कोविड संबंधी चुनौतियों के बावजूद 129 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय लाभ कमाया और 8,276 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल किया है। यह लाभ पिछले वर्ष की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक है।
बैंक के अध्यक्ष नलिनभाई वासा और उपाध्यक्ष शैलेंद्रभाई ठाकर के हवाले से कहा गया कि, वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक की कुल जमा राशि 5,140 करोड़ रुपये और कुल ऋण 3,136 करोड़ रुपये रही। बैंक का शुद्ध एनपीए काफी कम है और जल्द ही शून्य हो जाएगा, बैक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया।
विज्ञप्ति में बताया गया कि बैंक के लाभ में बढ़ोतरी का मुख्य कारण कोविद-19 के दौरान आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना के तहत दिया गया 522 करोड़ रुपये का ऋण है।
बैंक सभी आधुनिक बैंकिंग सुविधाओं से लैस है। एनईएफटी या आरटीजीएस बैंक अप्लीकेशन के माध्यम से किया जा सकता है।
बैंक के सीईओ और महाप्रबंधक विनोद शर्मा ने निदेशक मंडल, शाखा विकास समिति के सदस्यों, प्रतिनिधियों, ग्राहकों, सदस्यों और कर्मचारियों सहित ‘नागरिक’ परिवार को उनके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
स्मरणीय है कि गुजरात के हाई-प्रोफाइल सहकारी नेता ज्योतिंद्र मेहता, जो न केवल नेफकॉब के अध्यक्ष हैं, बल्कि सहकार भारती के संरक्षक भी हैं और राजकोट नागरिक सहकारी बैंक में उनका काफी दबदबा है। सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी भी इसके बोर्ड में हैं।