अमूल और मदर डेयरी के बीच होड़ लगी है कि मिठाई के क्षेत्र में किसका ज्यादा शेयर होगा।
पाठकों को याद होगा कि कोरोना वायरस के दौरान अमूल ने दर्जन से अधिक मिठाइयों को बाजार में उतारा था।
सूत्रों का कहना है कि अमूल और मदर डेयरी ही नहीं, बल्कि तमिलनाडु को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स फेडरेशन भी इस क्षेत्र में आगे आ रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि, मिठाई बाजार काफी हद तक असंगठित है, लेकिन इसमें व्यापार की काफी गुंजाइश है।
अमूल ने वित्त वर्ष 2015 में 38,550 करोड़ रुपये का कारोबार किया, जबकि इस अवधि में मदर डेयरी का राजस्व 10,447 करोड़ रुपये था।