इफको ने कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए गुजरात के कालोल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने रविवार देर रात घोषणा की थी कि गुजरात के कलोल संयंत्र में 200 घन मीटर प्रति घंटे की क्षमता वाला ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इफको अस्पतालों को मुफ्त ऑक्सीजन देगी।
इस बीच उर्वरक सहकारी संस्था की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, “राष्ट्र सेवा के क्षेत्र में एक और कदम बढ़ाते हुए इफको गुजरात में स्थित अपनी कलोल इकाई में 200 क्यूबिक एमटीआर / घंटा की क्षमता वाला एक ऑक्सीजन प्लांट लगा रहा है।इ फको द्वारा अस्पतालों को निःशुल्क ऑक्सीजन मिलेगा। एक सिलेंडर 46.7 लीटर का होगा।”
“इफको के कलोल ऑक्सीजन प्लांट से प्रति दिन 700 डी टाइप और 300 बी टाइप सिलेंडर का उत्पादन होगा। यहाँ से सभी अस्पतालों को मुफ्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। इस महामारी से लड़ने के लिए इफको देश भर में 3 और संयंत्र लगाएगा।”
अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर इफको द्वारा मुफ्त में भरा जाएगा। रिफिल के लिए खुद का सिलेंडर लाना होगा। इफको से सिलिंडर लेने पर सुरक्षा राशि ली जाएगी ताकि ऑक्सीजन की जमाखोरी को रोका जा सके, विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया।
इफको के एक अधिकारी ने बताया कि ऑक्सीजन संयंत्रों को चालू होने में कम से कम 15 दिन लगेंगे। एक दल खासतौर से इस परियोजना पर काम कर रहा है। इफको इसे जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश करेगी।
कलोल के अलावा, इफको अपने उत्तर प्रदेश और ओडिशा स्थित संयंत्रों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करेगी। वह चार ऑक्सीजन संयंत्रों पर लगभग 30 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।