इस संकट की घड़ी में सहकारी संस्थाएं पीछे नहीं हट रही हैं और हर संभव मदद के लिए आगे आ रही हैं। इफको के बाद, दूसरी सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था कृभको ने अपने हजीरा प्लांट में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की है।
इस चिकित्सा आक्सीजन संयंत्र की क्षमता 100 बड़े डी टाइप सिलेंडर, जिसमें 46.7 लीटर चिकित्सा आक्सीजन आती है, उसे नि:शुल्क भरा जाएगा।
कृभको के अधिकारियों का कहना है कि अगले 10-15 दिनों में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है। इफको की तरह कृभको की ऑक्सीजन भी मुफ्त होगी। इसकी आपूर्ति सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ अन्य अस्पतालों को की जाएगी।
ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए कृभको उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी अगले 21 दिनों के भीतर मुफ्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू कर देगा।
इफको और कृभको जैसी दिग्गज सहकारी कंपनियों के बाद रिलायंस, वेदांत, आईओएल आदि जैसे कई बड़े कॉरपोरेट ने भी ऑक्सीजन की मुफ्त आपूर्ति कराने की घोषणा की है।
इसके अलावा, सामाजिक हित में कृभको ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
यह चेक एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी, कृभको के निदेशक परेश पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को उनके आवास पर व्यक्तिगत रूप से सौंपा।
इस खबर को साझा करते हुए संघानी ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा, “कृभको के चेयरमैन चंद्र पाल सिंह यादव के निर्णय पर हमने कोरोनोवायरस से लड़ने के लिए 1 करोड़ रुपये का चेक दिया। मेरे साथ कृभको के निदेशक परेशभाई पटेल, डीजीएम पी पी पटेल, प्रबंधक (एचआर) के पी सिंह थे।
पाठकों को याद होगा कि पिछले साल कृभको ने पीएम कार्स फंड में 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया था।