निजी क्षेत्र के शिवालिक स्माल फाइनेंस बैंक ने एक शहरी सहकारी बैंक से परिवर्तित होकर नए लघु वित्त बैंक के तौर पर परिचालन शुरू किया है।
रिज़र्व बैंक ने बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 22(1) के अंतर्गत बैंक को भारत में लघु वित्त बैंक के रूप में अपना कारोबार करने के लिए लाइसेंस जारी किया है।
बैंक ने अगले चार साल में अपने कुल कारोबार में तीन गुणा वृद्धि कर उसे वर्ष 2025 तक 6,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
शिवालिक स्माल फाइनेंस बैंक देश का 11वां लघु वित्त बैंक है, जिसका मुख्यालय उत्तर प्रदेश के नोएडा में है। शहरी सहकारी बैंक से लघु वित्त बैंक बनने वाला यह देश का पहला बैंक है। बैंक की मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कुल 31 शाखायें हैं।
बैंक को इससे पहले शिवालिक मर्केंटाइल को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड से लघु वित्त बैंक में परिवर्तित होने के लिये जनवरी 2020 सैद्धांतिक अनुमति दी गई थी।
बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ सुवीर कुमार गुप्ता ने कहा, ‘‘यह शिवालिक के लिये यादगार सफलता है, मुझे अपनी पूरी टीम पर गर्व है जिसने इस दिन के लिये कड़ी मेहनत के साथ काम किया”, बैंक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
आने वाले 12 महीने के दौरान अपने मौजूदा 805 करोड़ रुपये के ऋणा खातों और 1,245 करोड़ रुपये के जमा खातों में 50 प्रतिशत वृद्धि की बैंक की योजना है।