महाराष्ट्र स्थित रत्नागिरी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री राहत कोष और जिला कलेक्टर कोष में 25-25 लाख रुपये का योगदान दिया।
बैंक के उपाध्यक्ष बीजी जाधव ने परिवहन और संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब की उपस्थिति में उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत को चेक सौंपा। इस अवसर पर बोर्ड के निदेशक और बैंक कर्मचारी भी उपस्थित थे।
हालांकि कुछ निजी कारणों से बैंक के चेयरमैन डॉ टी एल चोरेज इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके।
मंत्री सामंत ने सोशल मीडिया के माध्यम से खबर साझा करते हुए लिखा, “उद्धव साहब ठाकरे की अपील पर और कोरोना की पृष्ठभूमि में, रत्नागिरी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड ने सीएम सहायता कोष और जिला आपदा प्रतिक्रिया कोष में प्रत्येक के लिए 25 लाख रुपये दिए हैं।”
पिछले साल भी रत्नागिरी डीसीसीबी ने वेंटिलेटर के लिए योगदान किया था। पाठकों को याद होगा कि 2007 में बैंक घाटे में था और 64 प्रतिशत एनपीए के साथ बंद होने की कगार पर आ गया था।
लेकिन जब डॉ टी एल चोरेज ने बैंक के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला तब से लेकर आजतक डीसीसीबी लगातार विकास पथ पर है।
आज बैंक का कारोबार 4000 करोड़ रुपये के पार हो गया है और “शून्य” प्रतिशत एनपीए के साथ 20 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। जिले में बैंक की 80 शाखाएं हैं।
बैंक ने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं और गुणवत्तापूर्ण कार्य देकर आईएसओ 9001:2008 प्रमाणन भी हासिल किया है। इसने अपना कम्प्यूटरीकृत कार्यकारी प्रशिक्षण केंद्र विकसित किया है। यह 2012 से सीबीएस प्रणाली के माध्यम से काम कर रहा है।