राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार की अपील पर अहमदनगर स्थित कर्मवीर शंकरराव काले सहकारी चीनी मिल ने फैक्ट्री परिसर में एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की घोषणा की है और यह प्लांट तीन सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगा।
ऑक्सीजन प्लांट के लिए फैक्ट्री ने कच्चा माल खरीदने का ऑर्डर दे दिया है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 50 लाख रुपये है।
“हम इस ऑक्सीजन संयंत्र को कोपरगांव, अहमदनगर में अपने कारखाने में स्थापित करेंगे और उम्मीद करते हैं कि कुछ दिनों में यह पूरी तरह से चालू हो जाएगा। हम मुफ्त में ऑक्सीजन मुहैया कराएंगे”, शुगर फैक्ट्री के महाप्रबंधक सुनील कोल्हे ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा।
इसके अलावा, चीनी मिल ने “महात्मा गांधी जिला प्रदर्शनी चैरिटेबल ट्रस्ट” के सहयोग से एक कोविड-केयर सेंटर भी स्थापित किया है, जहाँ मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है।
संस्था के अध्यक्ष और कोपरगांव निर्वाचन क्षेत्र के विधायक आशुतोष काले ने बुधवार को मुंबई में एनसीपी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें लोगों के हित में चीनी सहकारी द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया।
चीनी मिल ने उक्त ट्रस्ट में स्थापित चीनी सहकारी द्वारा कोविड केअर सेंटर को 11 लाख रुपये के 13 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर भी दान दिये हैं।
गौतमनगर स्थित “कोपरगांव सहकारी साखर कारखाना लिमिटेड” का 2013 में नाम बदलकर “कर्मवीर शंकरराव काले सहकारी साखर कारखाना लि.” कर दिया गया। वर्तमान में उक्त चीनी कारखाने की पेराई क्षमता 4000 मीट्रिक टन प्रति दिन है।
भारत में किसानों को सस्ते ऋण प्रदान करने और उन्हें साहूकारों के शोषण से बचाने के उद्देश्य के साथ “सहकारी समिति अधिनियम, 1904” लागू किया गया था। 1930 के दशक की शुरुआत में ही सहकारी आंदोलन ने चीनी क्षेत्र में प्रवेश किया था।