केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्थित देवरी गांव में शहद प्रसंस्करण इकाई की आधारशिला रखी।
शिलान्यास समारोह का आयोजन कृषि सहकारी संस्था नेफेड ने राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, एफपीओ और सहकारी समितियों की मदद से किया था। इस समारोह में मध्य प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री भरत सिंह कुशवाहा भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर तोमर ने मुख्य रूप से नेफेड के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह कदम निश्चित रूप से किसानों की आय दोगुनी करने में कारगार साबित होगा।
किसानों को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि कृषि मंत्रालय ने तय किया है कि राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं मधु मिशन के अन्तर्गत भारतवर्ष में तकरीबन 100 हनी क्लस्टर बनाये जायेंगे और इनमें नेफेड जैसी एजेन्सियों की मदद से मधुमक्खी पालकों के 100 एफपीओ भी बनाये जायें।
नेफेड की भूमिका की सराहना करते हुए, मंत्री ने कहा कि नाफेड द्वारा अपनी संबद्ध संस्था इंडियन सोसायटी ऑफ एग्रीबिजेनस प्रोफेशनल्स के सहयोग से मुरैना जिले में मधुमक्खी पालकों का किसान उत्पादक संगठन बनवाया गया है।
उन्होंने बताया कि एफपीओ छोटे, सीमांत और भूमिहीन किसानों की मदद करेंगे और इसी तरह मधुमक्खी पालकों को बाजार, पूंजी और प्रौद्योगिकी तक बेहतर पहुंच हासिल होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हर संभव मदद की जाएगी।
मंत्री ने बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में नेफेड द्वारा विकसित किए जा रहे मधुमक्खी पालकों के एफपीओ को शुभकामनाएं दीं। इन पांच शहद एफपीओ से करीब चार से पांच हजार शहद उत्पादक जुड़ेंगे।
मोटे तौर पर अनुमान लगाते हुए मंत्री ने बताया कि इन शहद उत्पादकों द्वारा निकाला गया करीब 60 हजार क्विंटल शहद अब उनके स्वयं के द्वारा ही प्रोसेस करके नेफेड के सहयोग से सीधा उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जायेगा, जिससे इन मधुमक्खी पालकों की आय में वृद्धि होना निश्चित है।
इस मौके पर नेफेड के एमडी संजीव चड्ढा, फीफा के एमडी पंकज प्रसाद सिंह, राजबीर सिंह और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के एमडी के साथ-साथ किसान और मधुमक्खी पालकों के एफपीओ और शहद उत्पादन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल, अपर सचिव डॉ अभिलाक्ष लिखी, कृषि-शहद मिशन और मंत्रालय के अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े रहे। इसके अलावा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता हर्षना, स्थानीय विधायक राकेश मवई, सूबेदार सिंह और अजब सिंह कुशवाहा, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता और पूर्व विधायक रघुराज कंसाना सहित कई स्थानीय नेता मौजूद थे।