एनसीयूआई अध्यक्ष दिलीप संघानी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और सहकारिता के माध्यम से देश के कृषि क्षेत्र में मूल्य वर्धित सेवा को बढ़ाने पर चर्चा की।
मुलाकात के बाद संघानी ने सोशल मीडिया पर बैठक से जुड़ी जानकारी और तस्वीर साझा की। उनके शुभचिंतकों और अनुयायियों ने बिना समय गवाएं उन्हे बधाई दी। कई सहकारी नेताओं ने सरकार और सहकारिता के बीच समन्वय बनाने के लिए उनका तहे दिल से धन्यवाद किया।
संघानी की मुलाकात प्रधानमंत्री से उनके संसदीय कार्यालय में हुई। करीब आधे घंटे तक चली बैठक में इफको के उपाध्यक्ष के रूप में संघानी ने प्रधानमंत्री को इफको के नैनो यूरिया समेत सहकारिता से जुड़े अन्य विषयों पर भी जानकारी दी।
भारतीय सहकारिता से बात करते हुए संघानी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने मेरी बातों को धैर्यपूर्वक सुना। यह बैठक करीब 25 मिनट तक चली और हमने सहकारिता से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। इफको नैनो टेक्नोलॉजी चर्चा का मुख्य विषय था, लेकिन देश के सहकारी आंदोलन को मजबूत करने और कृषि में मूल्य वर्धित सेवा को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई”, उन्होंने कहा।
इस मौके पर संघानी ने प्रधानमंत्री को नया सहकारिता मंत्रालय बनाने के लिए भी धन्यवाद दिया, जिसकी लंबे समय से सहकारी क्षेत्र मांग कर रहा था। संघानी ने कहा कि नव गठित मंत्रालय से देश के सहकारी आंदोलन को बल मिलेगा।
एनसीयूआई अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर लिखा, ” देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की, जिसमें मैंने इफको नैनो यूरिया के बारे में पीएम को जानकारी दी साथ ही सहकारिता के माध्यम से कृषि में मूल्य वर्धित सेवा मिले इस पर भी चर्चा हुई।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि वास्तव में सहकारी कामकाजों को केंद्र-बिंदु बनाने का श्रेय संघानी साहेब को जाता है। “सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करने के बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया। उनके एक अनुयायी ने लिखा, “दिलीप संघानी साहिब एक अनुभवी राजनेता हैं और वह पीएम के करीबी हैं। वह वर्तमान सरकार से सहकारिता के लिए अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।”
जब इंडियन को ऑपरेटिव ने संघानी को फोन किया तो वह दिल्ली हवाई अड्डे पर थे और अपने घर गुजरात जा रहे थे। अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने न केवल केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुखभाई मंडाविया से मुलाकात की, बल्कि एनसीयूआई, इफको और नेफेड की बैठकों में भी भाग लिया।