अहमदाबाद स्थित गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटीज फेडरेशन ने अपनी 24वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन हाल ही में किया, जिसकी अध्यक्षता जीएच अमीन ने की।
इस मौके पर अमीन ने कहा कि राज्य की क्रेडिट समितियां अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम है और विकास की राह पर है। हमारी संस्था राज्य भर में फैली लगभग 6,000 क्रेडिट समितियों के हित में काम कर रही है।
राज्य में क्रेडिट समितियों के लिए एक अम्ब्रेला संगठन के रूप में कार्य करने के संबंध में बोलते हुए, अमीन ने कहा कि पहले समितियों से जुड़ी समस्याओं का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई नहीं था और उनके निवारण में कई अड़चन आती थी। लेकिन फेडरेशन के गठन से काफी हद तक बदलाव आया है।
“इसकी स्थापना 24 साल पहले केवल 31 क्रेडिट समितियां और 31,000/- रुपये से हुई थी। आज फेडरेशन 1.75 करोड़ रुपये की राशि का मालिक है और लगातार प्रगति कर रहा है, फेडरेशन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
अमीन ने आगे कहा कि यह सब केवल सक्रिय दृष्टिकोण के कारण ही संभव हुआ है। इसके अलावा, कई क्रेडिट समितियां कम्प्यूटरीकृत भी हो गयी हैं और बैंकों की तरह प्रदर्शन कर रही हैं।
कोविड-19 महामारी के दौरान, फेडरेशन ने सरकार के समक्ष इन क्रेडिट संस्थाओं से जुड़ों कई मुद्दों को रखा। जिसमें एजीएम आयोजित करना, लाभ के विनियोग, चुनाव समेत अन्य मुद्दे शामिल थे।
इस मौके पर फेडरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुष्यंतसिंह वाघेला ने सदस्यों के समक्ष वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। फेडरेशन के सभी सदस्यों ने करतल ध्वनि से उसे पारित किया।
स्वागतीय भाषण फेडरेशन के उपाध्यक्ष महेशभाई ए पटेल ने दिया। इस अवसर पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अमीन ने कहा कि छोटे, मध्यम वर्ग, मजदूरों, कारीगरों, दुकानदारों, विक्रेताओं, सब्जी ठेले के स्टॉल-मालिक, छोटे कियोस्क के मालिक, आदि के व्यवसाय कोविड-19 महामारी और सरकारी दिशानिर्देशों के मद्देनजर बंद रहे लेकिन उन्हें आत्मानिर्भर योजनाओं के माध्यम से काफी मदद प्रदान की गई।
अपनी टिप्पणी में, महेशभाई पटेल ने भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्रभाई मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि उनके शासन में सहकारी क्षेत्र को बढ़ावा मिल रहा है।