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राष्ट्र निर्माण में सहकारिता के महत्व पर जोर देते हुए एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कहा कि बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों की तुलना में सहकारी समितियां ज्यादा प्रभावशाली हैं। उन्होंने यह बात पिछले सप्ताह दिल्ली में आयोजित नेफेड की 64वीं एजीएम को संबोधित करते हुए कही।
“अमूल अपने सदस्यों के बीच हर दिन 100 करोड़ रुपये का वितरण करता है और अमरेली डीसीसीबी जैसे आम बैंक ने अपने 4 लाख सदस्यों का बिना एक पैसा वसूल किए बीमा किया है, क्या कोई कॉरपोरेट कंपनियां ऐसा कर सकती है?”, संघानी ने पूछा। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट कंपनियों का उद्देश्य केवल लाभ कमाना होता है लेकिन सहकारी संगठन कमाये हुए लाभ को अपने सदस्यों के बीच वितरित करते हैं।
इस अवसर पर संघानी ने यह भी बताया कि कैसे वह राष्ट्रीय सहकारिता आंदोलन से जुड़े। उन्होंने इस मौके पर नेफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह को उन्हें नफ्सकोब बोर्ड में सदस्य बनाने के लिए भी धन्यवाद दिया।