मुंबई स्थित बॉम्बे मर्केंटाइल कोऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2020-21 में 3400 करोड़ रुपये से अधिक का कोराबार किया है और 3.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। बैंक की हाल ही में मुंबई में आयोजित 84वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान उक्त आंकड़ों को साझा किया गया।
बैंक का कुल कारोबार वित्त वर्ष 2019-20 में 3,375 करोड़ रुपये से बढ़कर 2020-21 में 3,467 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का जमा आधार 2,296 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,363 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऋण और अग्रिम 31 मार्च 2021 तक 1,079 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,104 करोड़ रुपये हो गये।
बैंक की बैठक को संबोधित करते हुए, अध्यक्ष जीशान मेहदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि कई चुनौतियों के बावजूद, बैंक ने लगभग सभी वित्तीय मानकों पर अच्छा प्रदर्शन किया है।”
“वर्ष के दौरान बैंक ने एक पूर्ण संरचनात्मक, परिचालन और डिजिटल परिवर्तन लाने के लिए कई पहल की है। हमने अधिक मुनाफा कमाने का लक्ष्य रखा था लेकिन कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण कुछ महीनों तक कारोबार बिल्कुल ठप रहा इसलिए हम लक्ष्य को हासिल करने में असफल रहे।”
उन्होंने आगे कहा, “प्रबंधन और अन्य अधिकारियों के साथ, हम बैंक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक, हम अच्छा लाभ अर्जित करेंगे। हम अन्य बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए बैंक में नई तकनीक लाने का प्रयास कर रहे हैं”, उन्होंने कहा।
31 मार्च 2021 तक बैंक की पेड-अप शेयर पूंजी 151 करोड़ रुपये थी। बैंक की कार्यशील पूंजी वित्त वर्ष 2019-20 में 2,501 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,669 करोड़ रुपये हो गई। बैंक का सीआरएआर जो 31 मार्च 2020 तक 16.88 प्रतिशत था, 31 मार्च 2021 तक बढ़कर 17.26 प्रतिशत हो गया, जो कि आरबीआई द्वारा निर्धारित 12% की आवश्यकता से बहुत अधिक है।
31 मार्च 2021 तक बैंक के सकल और शुद्ध एनपीए क्रमशः 6.61% और 5.11% थे।
इस अवसर पर बैंक के बोर्ड के सदस्य, एमडी शाह आलम, प्रतिनिधि और अन्य उपस्थित थे। इससे पहले, आलम को टाइम्स ऑफ इंडिया अवार्ड- “टाइम्स मोस्ट इन्फ्लुएंशियल पर्सनैलिटी” से सम्मानित किया गया था।
बैंक की स्थापना 1939 में शेख मोहम्मदली अल्लाबक्स और पद्मश्री ज़ैन जी. रंगूनवाला ने की थी। अब यह एक अनुसूचित बैंक है और 10 राज्यों में इस की 52 शाखाएं हैं।