महाराष्ट्र स्थित जोरास्ट्रियन कोऑपरेटिव बैंक वित्तीय वर्ष 2020-21 में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहा। बैंक का प्रॉफिट और कुल कारोबार घट गया है। यहां तक की एनपीए को नियंत्रित करने में भी बैंक सफल नहीं रहा।
इसके अलावा, बैंक ने 31 मार्च 2021 को समाप्त वर्ष के लिए लाभांश भी प्रस्तावित नहीं किया है। बैंक का शुद्ध एनपीए 1.55 प्रतिशत (2019-20) से बढ़कर 4.98 प्रतिशत (2020-21) हो गया। वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक का कुल कारोबार 1,678.57 करोड़ रुपये से घटकर 1,592.82 करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक का लाभ घटकर 3.28 करोड़ (2019-20) से 1.05 करोड़ रुपये रह गया। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, बैंक के सीईओ दलजीत डोगरा ने कहा, “हमारे बैंक का सीआरएआर 31 मार्च 2021 तक 24 प्रतिशत से अधिक रहा, जो न्यूनतम नियामक सीमा से काफी अधिक है। हम लगातार सीआरएआर को आरबीआई द्वारा निर्धारित न्यूनतम से ऊपर बनाए हुए हैं।
इसके अलावा, पूंजी के संरक्षण के लिए हम 31 मार्च 2021 को समाप्त वर्ष के लिए लाभांश का वितरण नहीं कर रहे हैं। बैंक से जुड़े सदस्यों को हम पर अटूट विश्वास है, उन्होंने आगे कहा।
अच्छी बात यह है कि बैंक की जमा राशि 1,143.78 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,177.58 करोड़ रुपये हो गई है। कासा जमाओं का हिस्सा बैंक की कुल जमाराशियों का 28.25% (पिछले वर्ष 26.60%) है। 31 मार्च 2021 तक सकल एनपीए 12.76 प्रतिशत रहा।
शेयरधारकों को जारी एक संदेश में, बैंक के अध्यक्ष याजदी बी तंत्र ने लिखा, “हमारी टीम चालू वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”
बैंक की महाराष्ट्र और गुजरात सहित दो राज्यों में 18 शाखाओं का नेटवर्क है।