यूं तो माना जाता है कि उत्तर भारत में सहकारी आंदोलन काफी कमजोर स्थिति में है, लेकिन पश्चिम बंगाल से एक अच्छी खबर आ रही है। वित्त वर्ष 2020-21 में समता सहकारी विकास बैंक ने 250 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हासिल किया है। बैंक ने 1.82 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया और अपने शेयरधारकों को 9 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की।
इसके अलावा, बैंक का जमा आधार 2019-20 में 171.97 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 182.77 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन कोविड -19 कारणों से बैंक ने अग्रिम में थोड़ी गिरावट दर्ज की है। बैंक का अग्रिम 144 करोड़ रुपये से घटकर 142 करोड़ रुपये हो गया।
इस बीच “भारतीयसहकारिता” से बातचीत में बैंक के सीईओ देबाशीष भट्टाचार्जी ने कहा, “कोविड -19 के कारण हम ऋण वितरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहे, लेकिन इस वित्तीय वर्ष के दौरान हम प्राथमिकता वाले क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और आशा करते हैं कि हम सफल होंगे। प्रबंधन के समर्थन से, हम बैंक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
बैंक की शेयर पूंजी 12.84 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2020-21 में रिजर्व 12.88 करोड़ रुपये से बढ़कर 15.87 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का सीआरएआर 42.67%, नेट एनपीए 1.72% और सीडी अनुपात 66.94% रहा।
डी. भट्टाचार्जी ने आगे कहा, “हम आने वाले दिनों में अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए शाखाएं खोलने की भी योजना बना रहे हैं। 17000 से अधिक शेयरधारक बैंक से जुड़े हुए हैं। पिछले वित्त वर्ष में बैंक ने 1.82 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।”
पाठकों को याद होगा कि समता सहकारी विकास बैंक ने वर्ष 2019 के लिए एफसीबीए बैंकिंग फ्रंटियर्स से लघु यूसीबी श्रेणी में “सर्वश्रेष्ठ पूर्व आधारित बैंक” पुरस्कार प्राप्त किया।
समता सहकारी विकास बैंक लिमिटेड की स्थापना 24 सितंबर 1997 को हुई थी।