ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, जालंधर केंद्रीय सहकारी बैक के निदेशक मंडल के चुनाव में अकाली दल के नेताओं को नामांकन भरने से रोका गया।
ऐसा बताया जा रहा है कि सत्ताधारी पार्टी से जुड़े नेताओं ने अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद बैंक को बंद कर दिया था।
इस बीच शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवारों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।