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आईसीए-एपी: चंद्रपाल की भारी मतों से जीत; भारत से बने पहले अध्यक्ष

भारत के जाने-माने सहकारी नेता चंद्रपाल सिंह यादव ने सियोल में मंगलवार को आयोजित आईसीए-एपी के अध्यक्ष पद का चुनाव भारी मतों से जीतकर देश को गौरवान्ति किया है। आईसीए-एपी के इतिहास में पहली बार कोई भारतीय इसका अध्यक्ष बना है।

इस चुनाव में चंद्र पाल को 185 वोट मिले जबकि जापान से उनकी प्रतिद्वंद्वी चितोस अराय को केवल 83 वोट मिले। यादव ने 102 से अधिक मतों से जीत हासिल की, जो अंतरराष्ट्रीय सहकारी राजनीति में बड़ी बात है।

परिणाम के तुरंत बाद “भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए, चंद्रपाल ने समर्थन देने के लिए एशिया-पैसिफिक क्षेत्र की सहकारी संस्थाओं और देशों का धन्यवाद किया।

“मैं सहकारी संस्थाओं के लोकतांत्रिक और स्वायत्त चरित्र को बनाए रखने का प्रयास करूंगा। मैं सहकारी समितियों और राष्ट्रीय सरकारों के बीच समन्वय बनाने का भी प्रयास करूंगा,” अपने भविष्य की रणनीति को साझा करते हुए चंद्रपाल ने कहा।

चंद्र पाल ने आगे कहा कि वह अपनी टीम के साथ मिलकर एशिया पैसिफिक क्षेत्र में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे, जो कोविड-19 महामारी के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

“अभी मैं आईसीए एपी बोर्ड की बैठक में हूं और बैठक समाप्त होने के बाद आपसे बात करूंगा”, लेकिन फोन रखने से पहले उन्होंने देश के सहकारी नेताओं का हार्दिक धन्यवाद किया और विशेष रूप से इफको का, जिसने यादव को चुनाव जिताने के लिए कड़ी मेहनत की है।

जमीन से जुड़े नेताचंद्र पाल ने सहकारी राजनीति में प्रवेश उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से किया था और देखते ही देखते उन्होंने राज्य स्तर की सहकारी समितियों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सहकारी राजनीति में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने में यादव हमेशा से सक्रिय नेता के रूप में उभरे हैं।

यूपी सहकारी समितियों से वे कृभको बोर्ड में आए और बाद में शीर्ष संस्था एनसीयूआई के अध्यक्ष बने। उन्होंने दो कार्यकाल के लिए एनसीयूआई के दो कार्यकाल के लिए अध्यक्ष बने। वह नेफेड, भारतीय सहकारी बैंक (कोबी) समेत कई राज्य और जिला स्तर के सहकारी संगठनों के बोर्ड में है।

उन्होंने सहकारी समितियों के प्रशिक्षण, शिक्षा और क्षमता निर्माण में बहुत योगदान दिया है।

डॉ. चंद्र पाल सिंह यादव का जन्म 19 मार्च 1959 को भारत के जालौन जिले के डाकोर गांव में स्वतंत्रता सेनानियों और किसान परिवार में हुआ। न्होंने शिक्षा में एम.एससीबी.एड एलएलबी की है।

यादव राज्यसभा और लोकसभा के भी सदस्य रहे हैं और कई बार संसद में सहकारी समितियों से जुड़े मुद्दों को उठाया है।

वह उत्तर प्रदेश राज्य विधान सभा के भी सदस्य थे। डॉ. यादव ने दुनिया के कई देशों की व्यापक रूप से यात्रा की है और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियोंबैठकोंकार्यक्रमों, आदि में भाग लिया है।

भारतीय सहकारिता भी डॉ चंद्र पाल सिंह यादव को आईसीए एपी के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर बधाई देती है।

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