“वोकल फॉर लोकल” तथा “एक आत्मनिर्भर भारत” के निर्माण के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए समृद्ध आदिवासी विरासत को प्रस्तुत करने के लिए गत शनिवार, 27 नवंबर 2021 को ट्राइब्स इंडिया आदि महोत्सव में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के सहयोग से एक ट्राइब्स इंडिया कॉन्कलेव का आयोजन किया गया था।
विदेश मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त इस कार्यक्रम में भारत में 20 से अधिक विदेशी मिशनों के लगभग 100 राजनयिक शामिल हुए।
गणमान्य व्यक्तियों में पोलैंड, किरिबाती, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, थाईलैंड, लाओस, स्विट्जरलैंड, बांग्लादेश, मालदीव, अमेरिका और ब्राजील और कुछ अन्य देशों के राजनयिक शामिल थे। कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
गणमान्य व्यक्तियों ने देश भर के जनजातीय कारीगरों के स्टालों का अवलोकन किया और अनूठे हस्तशिल्प तथा परंपराओं के बारे में और अधिक जानने की उत्सुकता प्रदर्शित की। डिस्प्ले पर लगभग 200 स्टॉल थे, जिनमें पारंपरिक बुनाई से लेकर आभूषण और पेंटिंग तथा खिलौनों तक के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था। गणमान्य व्यक्तियों को जनजातीय कला और शिल्प की एक झलक दिखाई गई। इसके अतिरिक्त, मिट्टी के बर्तनों, लाख की चूड़ियों और गोंद चित्रों को बनाने की प्रक्रिया का कारीगरों द्वारा लाइव प्रदर्शन भी किए गए। कार्यक्रम में जनजातीय कारीगरों ने कठपुतली शो का लाइव प्रदर्शन भी किया।
इस अवसर पर ट्राइफेड द्वारा एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें ट्राइफेड के अधिकारियों ने आदि महोत्सव में प्रतिनिधियों का स्वागत किया और कहा कि “यह एक ही स्थान पर लघु जनजातीय भारत है, जहां आप सर्वश्रेष्ठ जनजातीय हस्तशिल्प और उत्पाद खरीद सकते हैं तथा जनजातीय व्यंजनों और संस्कृति का सबसे अच्छा नमूना ले सकते हैं। ट्राइफेड इन जनजातीय कारीगरों और वनवासियों को मुख्यधारा में लाने और उन्हें बड़े बाजारों तक पहुंच प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।