उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ (यूसीएफ) ने हाल ही में अपनी 13वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया। इस मौके पर उपस्थित 100 से अधिक प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया कि संघ ने 2020-21 में 5.75 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है।
बैठक में बताया गया कि वित्त वर्ष 2020-21 में यूसीएफ ने 5 अरब रुपये से अधिक का कारोबार किया है। खाद, जैविक खाद, बीज, मूल्य समर्थन, आयुर्वेदिक दवाएं, पशु चारा, कृषि रसायन के वितरण से महासंघ ने 2.61 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है।
बैठक की अध्यक्षता महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष मातवर सिंह रावत ने की। इस मौके पर संघ के प्रबंध निदेशक एमपी त्रिपाठी ने शेयरधारकों के समक्ष महासंघ की गतिविधियों और अन्य कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया।
सभा को संबोधित करते हुए रावत ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ अपने क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाएगा। फेडरेशन ने जरूरतमंदों की मदद के लिए एक कल्याण कोष का गठन किया है। इस अवसर पर यूसीएफ के कारोबार को बढ़ाने के लिए एजीएम में पीएमयू के गठन का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों से मंडवा, झंगोरा, सोयाबीन, राजमा और अन्य उपज खरीदने के लिए उत्तराखंड सहकारी संघ ने 62 क्रय केंद्र खोलने का प्रस्ताव पारित किया है।
भण्डारण योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड सहकारी संघ ने नाबार्ड के माध्यम से हल्दुचौर में 5000 मीट्रिक टन के नये गोदाम स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
यूसीएफ के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम नौटियाल ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के कारण जान गवाने वाले कर्मचारी और सदस्यों की मदद की जाए।
हरिद्वार से आए एक प्रतिनिधि सुशील राठी ने मांग की कि शेयरधारकों को दिया जाने वाला मानदेय 700 रुपये तक किया जाए।
यूसीएफ निदेशक राजेंद्र सिंह नेगी, विजय संतरी, दीपक चौहान, हरदेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।