लखनऊ में 17 से 19 दिसंबर 2021 को होने वाले सहकार भारती के सातवें मेगा सहकारिता सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे। इसका आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में किया जाएगा।
अमित शाह के अलावा इस मौके पर केंद्रीय राज्य सहकारिता मंत्री बीएल वर्मा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य सहकारिता मंत्री, एनसीयूआई अध्यक्ष दिलीप संघानी समेत हजारों की संख्या में सहकारी नेता शिरकत करेंगे।
वहीं समापन समारोह में पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह भाग लेंगे।
इस बीच, “भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए, सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी ने कहा, “इस सम्मेलन में 3 हजार से अधिक लोग भाग लेंगे। स्वयं सहायता समूहों और अन्य सहकारी समितियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा। यह अपनी तरह का एक अनूठा कार्यक्रम होगा”, उन्होंने दावा किया।
उन्होंने आगे कहा कि इफको, अमूल, कृभको, कैंपको और कई अन्य सहकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेंगे।
सम्मेलन के दौरान सहकार भारती एक सहकारी नेता को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लक्ष्मणराव इनामदार स्मृति पुरस्कार भी प्रदान करेगी। इससे पहले यह पुरस्कार इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यूएस अवस्थी को दिया गया था।
पाठकों को याद होगा कि सहकार भारती हर तीन साल में एक बार राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करती है। सम्मेलन के दौरान सहकार भारती अगले तीन साल के लिए अपना रोड मैप तैयार करेगी। इससे पहले, राष्ट्रीय सम्मेलन मुंबई, दिल्ली, भोपाल, बैंगलोर, पुष्कर और अहमदाबाद में आयोजित किए गए थे।
तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान सहकार भारती के पदाधिकारियों का भी चुनाव होगा। सहकार भारती हमेशा से सहकारी क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को उठाती रही है।
इस बीच, विरोधियों का आरोप है कि भाजपा उत्तर प्रदेश का आगामी चुनाव जीतने के लिए सहकारी संस्थाओं के नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी।