भारतीय रिज़र्व बैंक ने कर्नाटक स्थित श्री गुरु राघवेंद्र सहकारी बैंक पर जारी दिशा-निर्देशों को 11 जनवरी 2022 से लेकर 10 मई 2022 तक चार महीने की अवधि के लिए बढ़ा दिया है।
आरबीआई ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि संदर्भ के तहत निर्देशों के अन्य नियम और शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी।
पाठकों को याद होगा कि आरबीआई ने वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाने के लिए आर अशोकन को श्री गुरु राघवेंद्र सहकारी बैंक में प्रशासक के रूप में नियुक्त किया था। बैंक में घोटाले की वजह से लगभग 40,000 जमाकर्ता का पैसा बैंक में फंसा हैं, जिनमें से अधिकांश निवेशक वरिष्ठ नागरिक हैं।
इस बीच सैकड़ों जमाकर्ताओं ने अपनी गाढ़ी कमाई को वापस पाने के लिए कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया है लेकिन अभी तक सारे प्रयास विफल हुए हैं।