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पुणे डीसीसीबी: दुर्गाडे बने अध्यक्ष; नया मुकाम हासिल करने का लिया संकल्प

पुणे जिला सहकारी बैंक के पिछले सप्ताह हुए चुनाव में एनसीपी नेता दिगंबर दुर्गाडे को अध्यक्ष के रूप में चुना गया। वहीं सुनील चंदरे उपाध्यक्ष बने।

चुनाव बैंक के मुख्यालय में हुआ था। इस मौके पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल समेत अन्य लोग उपस्थित थे। दुर्गाडे ने रमेश थोराट और चंदेरे ने अर्चना घरे की जगह ली है।

पाठकों को याद होगा कि बैंक में एनसीपी नेताओं का बोलबाला है और इस चुनाव में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 21 सीटों में से 17 सीट एनसीपी के पाले में गई और बाकी बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने जीतीं।

जीत के तुरंत बाद, “भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए, बैंक के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रो. दुर्गाडे ने कहा, “मैं राकांपा प्रमुख शरद पवार, अजीत पवार और अन्य नेताओं का बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मुझे उम्मीद है कि मैं बैंक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगा।”

“किसानों और समाज के कमजोर वर्गों के हित में, हम ब्याज दरों में कटौती करेंगे और उन्हें लुभाने के लिए नई योजनाएं शुरू करेंगे।  हम नवीनतम तकनीक का उपयोग करेंगे और बैंकिंग गतिविधियों में एक पेशेवर दृष्टिकोण लाने का प्रयास करेंगे”, दुर्गाडे ने इस संवाददाता से फोन पर कहा।

नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नाम की घोषणा होते ही यह खबर सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गई। उनके समर्थक उनका स्वागत करने के लिए दौड़ पड़े। राकांपा और अन्य पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने उन्हें जीत की बधाई दी।

इसी कड़ी में सांसद और राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने लिखा, ”पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में डॉ.दिगंबर दुर्गाडे और सुनील चंदरे चुने गए। उनके अनुभव से बैंक को फायदा होगा।”

महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री और बैंक निदेशक दत्तात्रेय भराने ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा, “बधाई हो प्रो. डॉ. दिगंबर दुर्गाडे और श्री सुनील चंदरे – आप पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में चुने गए।”

राकांपा विधायक नीलेश लांके ने लिखा, ”प्रो. दिगंबर दुर्गाडे को पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का अध्यक्ष चुने जाने और सुनील चंद्रे को उपाध्यक्ष चुने जाने पर बधाई! मुझे विश्वास है कि वे सदस्यों के हितों को ध्यान में रखते हुए बैंक की प्रतिष्ठा बढ़ाने का काम करेंगे!”।

बैंक ने 2020-21 वित्तीय वर्ष में 282.51 करोड़ रुपये का सकल लाभ अर्जित किया, जो कि इसके 104 वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक है। बैंक का कारोबार 19000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

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