केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को मुबंई स्थित सारस्वत को-ऑपरेटिव बैंक का दौरा किया। इस मौके पर बैंक के अध्यक्ष गौतम ठाकुर और निदेशक मंडल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस मौके पर ठाकुर ने कराड का बोर्ड के सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों से परिचय कराया। रुपी सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रशासक श्री सुधीर पंडित भी मौके पर उपस्थित थे।
ठाकुर ने बताया कि दिल्ली में बैठक के दौरान मंत्री ने रुपी सहकारी बैंक लिमिटेड के मुद्दे को हल करने में रुचि दिखाई थी और सुझाव दिया था कि सारस्वत सहकारी बैंक लिमिटेड को रुपी सहकारी बैंक लिमिटेड का अधिग्रहण करना चाहिए।
मंत्री की बात से संतुष्ट होकर ठाकुर और सुधीर पंडित ने अधिग्रहण के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। कराड को बताया गया कि विलय का प्रस्ताव पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक को प्रस्तुत किया जा चुका है और उस पर विचार चल रहा है।
रुपी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड से जुड़े जमाकर्ताओं की मदद करने में इतनी तत्परता दिखाने के लिए सारस्वत को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष और बोर्ड के सदस्यों ने मंत्री का धन्यवाद किया।
उन्होंने आश्वासन दिया कि वह सुचारू विलय के लिए हर संभव मदद करने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि उन्हें पता है कि सारस्वत बैंक ने कई कमजोर बैंकों का अधिग्रहण किया है और 10 लाख से अधिक जमाकर्ताओं की मदद की है।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वह और उनका मंत्रालय शहरी सहकारी बैंकों के मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस संबंध में उन्होंने शहरी सहकारी बैंकों के प्रतिनिधियों की एक समिति गठित करने का प्रस्ताव रखा।