तमिलनाडु में केंद्रीय बजट 2022 पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए इंडियन को-ऑपरेटिव नेटवर्क फॉर वूमेन एंड वर्किंग फोरम (आईसीएनडब्ल्यू) की अध्यक्ष डॉ. नंदिनी आजाद ने सरकारी योजनाओं में जेंडर बजटिंग को शामिल करने पर जोर दिया। इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद थी।
इस मौके पर डॉ. आजाद ने सहकारी क्षेत्र के लिए अलग बजट का प्रावधान करने के लिए सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने रेखांकित किया कि सरकार ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के लिए आवंटित बजट में 3 प्रतिशत की वृद्धि की है, लेकिन सैद्धांतिक रूप से जेंडर बजटिंग के साथ-साथ जेंडर को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार धन्यवाद की पात्र है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण भारत के चार राज्यों में आईसीएनडब्ल्यू सहकारी समितियों के माध्यम से 6 लाख महिलाओं का नेतृत्व कर रहा है। “हम गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारा फोरम कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सहकारी संस्थाओं का सदस्य है”, उन्होंने कहा।
नंदिनी ने अपने भाषण में कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के लिए 25,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो 3 प्रतिशत की मामूली वृद्धि को दर्शाता है। महिलाओं को मुद्रा योजना समेत अन्य योजनाओं से जोड़ने के लिए अवसर प्रदान किये गये हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आत्मनिर्भार योजना एक विकास योजना है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। 2021-22 में, 28 लाख स्वयं सहायता समूहों को बैंकों द्वारा 65,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई। लेकिन अब महिलाओं और बच्चों को एकीकृत लाभ प्रदान करने के लिए मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 शुरू किए गए हैं।
सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना के तहत 20,263 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो एक स्वागत योग्य कदम है। इस बार बजट में मिशन शक्ति अभियान के लिए पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि की गई है।
आंगनबाडी योजना के तहत दो लाख आंगनबाड़ियों का उन्नयन किया जायेगा। गांव में गरीब महिलाओं के लिए एक शक्तिशाली केंद्र बिंदु आंगनबाड़ी है, जहां महिलाओं को बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाता है, जिसमें लड़कियों सहित बच्चों के लिए भोजन भी शामिल है।
महिलाओं के लिए आजीविका के टिकाऊ अवसर खोजने की आवश्यकता है। आवास, पोषण, बिजली और गैस कनेक्शन पर बजट समग्र रूप से महिलाओं के लिए फायदेमंद होगा, नंदिनी ने कहा।
कृषि में सुधार से खाद्य और पोषण सुरक्षा को बढ़ावा मिल सकता है और कृषि में निजी निवेश में वृद्धि न केवल प्राथमिक उत्पादन के लिए बल्कि मूल्यवर्धन, खाद्य हानि में कमी और बुनियादी ढांचे में सुधार और खाद्य प्रसंस्करण सहित अपशिष्ट में भी वृद्धि हो सकती है। सरकार का अंतिम उद्देश्य महिलाओं सहित किसानों की समृद्धि और कल्याण सुनिश्चित करना है।