बिहार में हाल ही में आयोजित किसान क्रेडिट कार्ड के लिए मेगा कैंप के दौरान राज्य के 23 से अधिक सहकारी बैंकों ने 18,000 से अधिक किसानों को लगभग 54 करोड़ रुपये वितरित किये।
इस कैंप का आयोजन बिहार सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी की उपस्थिति में वर्चुअल मोड से किया गया था। पाटलिपुत्र डीसीसीबी ने अपनी 20 शाखाओं के माध्यम से 1509 किसानों को 4.77 करोड़ रुपये वितरित किए। इस मौक पर प्रेयसी ने अपने हाथों से 20 किसानों को केसीसी और रुपे कार्ड सौंपे।
सोशल मीडिया के माध्यम से खबर को साझा करते हुए, प्रेयसी ने लिखा, “जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों ने 25.06.2021 को केसीसी के नवीनीकरण और स्वीकृति के लिए मेगा कैंप का आयोजन किया था। एक दिन में 18130 किसानों को 55 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया। इस वित्तीय वर्ष में अब तक 77000 किसान और 215 करोड़ रुपये।”
इसके अलावा, बिहार में स्थित पैक्स समितियों के कम्प्यूटरीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। अभी तक 6,000 पैक्स का ऑडिट हो चुका है और शेष समितियों का ऑडिट चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरा होने की संभावना है। पैक्स के कम्प्यूटरीकरण पर 4.35 लाख से अधिक खर्च किए जाएंगे। इस योजना को तीन साल में पूरा किया जाना है। इससे सभी आय-व्यय ऋण ऑनलाइन हो जाएंगे।
हाल ही में केंद्रीय सहकारिता सचिव डी के सिंह ने भी बिहार सहकारी समितियों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था।
पाठकों को याद होगा कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के कम्प्यूटरीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 350 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस योजना का उद्देश्य 63,000 कार्यात्मक पैक्स का कम्प्यूटरीकरण करना है।