नाबार्ड के अध्यक्ष डॉ जीआर चिंताला ने आंध्र प्रदेश स्थित कृष्णा जिला केंद्रीय सहकारी (केडीसीसी) बैंक की कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने अन्य सहकारी समितियों को भी केडीसीसी बैंक द्वारा अपनाए जा रहे मॉडल को अपनाने का आह्वान किया।
यह बात चिंताला ने हाल ही में बैंक के विजयवाड़ा स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में लॉकर सुविधा का शुभारंभ करते हुए कही।
बैंक ने करीब 50 लाख रुपये की लागत से 560 लॉकर स्थापित किये हैं। ग्राहकों के लिए यह सुविधा सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी।
इस मौके पर राज्य के कृषि मंत्री कुरसला कन्नबाबू, प्रमुख सचिव (सहकारिता) मधुसूदन रेड्डी, केडीसीसी बैंक के अध्यक्ष नागेश्वर राव तन्नेरू, एपीसीओबी के अध्यक्ष मल्लेला झांसी रानी, एमडी श्रीनाथ रेड्डी समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।
भारतीय सहकारिता से बात करते हुए बैंक के अध्यक्ष ने कहा, “हमने अपने क्षेत्रीय कार्यालय में 560 लॉकर स्थापित किए हैं और यह गोदरेज कंपनी के है। यह सुविधा हमारे ग्राहकों के लिए कम दरों पर उपलब्ध है।”
“जिले भर में बैंक की 58 शाखाएँ हैं और सभी शाखाओं में हम सुरक्षित जमा लॉकर सुविधा प्रदान कर रहे हैं, लेकिन शाखाओं में स्थापित लॉकर की तुलना में यह बड़ा है। यह इलाका सीसीटीवी की निगरानी में है”, उन्होंने दावा किया।
अपनी टिप्पणी में नाबार्ड प्रमुख ने अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने में बैंक के प्रयासों की प्रशंसा की और उपस्थित लोगों से इस सेवा का लाभ उठाने का आग्रह किया।
कृष्णा डीसीसीबी का जमा आधार 31.03.2021 तक 2707.72 करोड़ रुपये और अग्रिम 4451.63 करोड़ रुपए था।