उत्तराखंड के जिला सहकारी बैंकों ने वित्त वर्ष 2021-2022 में 161करोड़ रुपए का सकल लाभ कमाया है।
राज्य सहकारी बैंक ने 44 करोड़ रुपये का सकल लाभ कमाया वहीं पिथौरागढ़ जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने 17.11 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। यह आंकड़े हाल ही में सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सहकारिता मुख्यालय में आला अधिकारियों सहित जिले स्तर के अफसरों की समीक्षा बैठक में साझा किये। इस मौके पर कॉपरेटिव बैंकों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
राज्य के सहकारिता विभाग में दूसरी बार सहकारिता मंत्री बनने के बाद पहली समीक्षा बैठक में डॉ रावत ने कहा है कि कॉपरेटिव बैंक ग्रामीणों की रीढ़ है, आने वाले समय में ब्लॉक स्तर पर सहकारिता मेले लगेंगे, जिसमें ग्रामीणों को सहकारी बैंक और बहुउद्देश्यीय समितियां 0% ब्याज पर ऋण दिया जाएगा।
मीटिंग में बताया गया कि सहकारिता के अंतर्गत दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत अक्टूबर 2017 से 31 मार्च 2022 तक कुल 611192 लाभार्थियों एवं 3731 स्वयं सहायता समूह को कुल रुपए 3425. 59 करोड़ का ऋण वितरण किया जा चुका है।
मंत्री डॉ रावत ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना के अंतर्गत बैंक ज्यादा से ज्यादा ऋण दें, इसके लिए ब्लॉक स्तर पर मेले आयोजित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने आगे कहा कि 670 समस्त बहुद्देशीय समितियों का कंप्यूटराइजेशन 150 दिनों के भीतर किया जाए।
मंत्री डॉ रावत ने एनपीए की समीक्षा करते हुए कहा कि वन टाइम स्कीम के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में काफी लोगों ने पैसा जमा किया था। इस वर्ष भी यह स्कीम चलाई जाए। 30 जून के बाद 4 माह के लिए वन टाइम स्कीम लागू करने की मंत्री ने निर्देश दिए।
इस मौके पर राज्य सहकारी बैंक की एमडी श्रीमती ईरा उप्रेती ने सीबीएस एवं टाटा सेंटर की जानकारी दी।
अपने संबोधन में अपर निबंधक आनंद शुक्ल ने घसियारी कल्याण योजना की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण योजना का लाभ ले रहे हैं।
सहकारिता सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने समीक्षा बैठक में कहा कि चंपावत में सहकारिता में अच्छा काम हुआ है।