दिल्ली राज्य सहकारी संघ के चुनाव में सहकार भारती की दिल्ली प्रदेश इकाई से खड़े उम्मीदवार वीपी सिंह के वर्चस्व को खत्म करने में नाकाम रहे।
रविवार को हुए चुनाव में एक बार फिर एनसीयूआई गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट वी पी सिंह के नेतृत्व वाले पैनल की बंपर जीत हुई।
हालांकि, सहकार भारती के नेताओं का हौसला बढ़ाने के लिए भाजपा नेता और नेफेड के सरकारी नॉमिनी अशोक ठाकुर समेत अन्य नेता चुनाव स्थल पर डेरा डाले हुए थे।
इस चुनाव में सहकार भारती ने क्रेडिट को-ऑप श्रेणी से तीन उम्मीदवार को मौदान में उतारा था, लेकिन उनका एक भी उम्मीदवार चुनाव जीतने में असफल रहा और एक बार फिर वीपी सिंह और उनके करीबी सुखबीर सिंह को दिल्ली राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया।
यूनियन के बोर्ड में 15 निदेशक होते हैं और चुनाव केवल तीन सीटों पर हुआ था। सहकार भारती पैनल के उम्मीदवारों में अनिल कुमार माथुर, प्रवेश गुप्ता और सुनील गुप्ता शामिल थे वहीं वीपी सिंह के नेतृत्व वाले पैनल में दिनेश वशिष्ठ, सुनील गर्ग और आरपी साहू शामिल थे। कुल 76 मतों में से 72 सदस्यों ने अपने मत का प्रयोग किया।
सहकारी समिति के दिल्ली रजिस्ट्रार के सेवानिवृत्त अधिकारी तरुण कुमार रिटर्निंग ऑफिसर थे।
सहकार भारती से जुड़े नेताओं को करीब 10 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली राज्य सहकारी संघ का कार्यालय दिल्ली राज्य सहकारी बैंक के मुख्यालय में स्थित है, जिसके अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह हैं।