एनसीयूआई सभागार में एआरडीबी के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत 39.4 करोड़ एकड़ भूमि के साथ कृषि गतिविधियों में दुनिया में दूसरे स्थान पर है, और अगर हम इस पूरी भूमि को सिंचाई व्यवस्था से जोड़ देते हैं तो भारत का किसान देश के साथ-साथ पूरी दुनिया की खाद्य आपूर्ति को पूरा कर सकता है।
इस मौके पर उन्होंने एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंकों से लॉंग टर्म फ़ायनांस बढ़ाने का आह्वान किया।
हमारा देश कृषि भूमि की उपलब्धता में दुनिया में सातवें नंबर पर है और कृषि एक्टिविटी की दृष्टि से अमेरिका के बाद 39.4 करोड़ एकड़ की भूमि के साथ हम दूसरे नंबर पर हैं, उन्होंने कहा।
शाह ने आगे कहा, “अगर 39.4 करोड़ एकड़ भूमि हम पूर्णतया इरिगेटेड कर लेते हैं तो भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की भूख मिटाने के लिए भारत का किसान काफी है। लेकिन इसको इरिगेटेड करना है और पानी की कमी है तो माइक्रो इरिगेशन सिस्टम की तरफ जाना है और जोत छोटी हो गई है तो कोऑपरेटिव सोसाइटी से भी हमें इसको इरिगेट करना है।
उन्होंने कहा कि, एआरडी बैंकों को सूक्ष्म सिंचाई और सहकारी खेती पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।
शाह ने कहा कि मैं चाहूंगा कि नाबार्ड भी इस दिशा में एक्सटेंशन और एक्सपेंशन का एक विंग बनाए जिससे देश में जिन किसानों को मध्यकालीन और लॉन्ग टर्म फाइनेंस चाहिए उसे मिल सके।