महाराष्ट्र स्थित काजिस बैंक ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11.63 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।इसकी घोषणा हाल ही में आयोजित बैंक की 60वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान की गई।
इस वर्ष के दौरान बैंक ने 41.55 करोड़ रुपये का सकल लाभ कमाया है, जो पिछले वर्ष यानि 2020-21 की तुलना में अधिक है। इसके अलावा सकल एनपीए 31 मार्च 2022 तक 9.41 प्रतिशत रहा। बैंक ने शुद्ध एनपीए स्तर में भी थोड़ी गिरावट दर्ज की है, जो 5.31 प्रतिशत पर बना हुआ है।
31 मार्च 2022 तक, बैंक का जमा आधार 2290.43 करोड़ रुपये रहा वहीं ऋण और अग्रिम 1497.29 करोड़ रुपये थी। बैंक का कुल व्यापार 3787 करोड़ रुपये रहा।
हालांकि वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक कोविड-19 महामारी, बाढ़ और लगातार भारी बारिश समेत अन्य कारणों के चलते अपेक्षित स्तर तक क्रेडिट पोर्टफोलियो बढ़ाने में विफल रहा, वार्षिक रिपोर्ट में छपे बयान के अनुसार।
भारतीय सहकारिता को भेजी गई एक प्रेस विज्ञप्ति में अध्यक्ष प्रकाश अवाडे के हवाले से कहा गया, “बड़े व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए बैंक कई पहल कर रहा है और बैंक को नई ऊचाइयों पर ले जाने के लिए हमेशा प्रयासरत है।”
31 मार्च 2022 को बैंक की चुकता शेयर पूंजी 63.08 करोड़ रुपये थी। बैंक का पूंजी जोखिम पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर), 31/03/2022 तक 13.37% था। बैंक के शेयरधारकों को आरबीआई से पूर्वानुमति लेने के बाद लाभांश जारी किया जाएगा, बैंक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
इस मौके पर बैंक के सीईओ संजय शिरगावे ने बैठक का एजेंडा पढ़ा, जिसे शेयरधारकों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी।
बैंक के वाइस चेयरमैन सीए चंद्रकांत चौगुले ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।