सतारा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 14,200 करोड़ रुपये का कारोबार किया और 67 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
बैंक ने उक्त वित्त वर्ष में लगभग सभी वित्तीय मानकों पर अच्छा प्रदर्शन किया है। 2021-22 वित्तीय वर्ष में बैंक का जमा आधार 8,577 करोड़ रुपये से बढ़कर 9,122 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऋण और अग्रिम 5,562 करोड़ रुपये से घटकर 5112 करोड़ रुपये हो गया।
हाल ही में ओयिजत बैंक की वार्षिक आम बैठक के दौरान यह आंकड़े साझा किए गए। एजीएम से पहले भारतीय सहकारिता से बात करते हुए बैंक के सीईओ राजेंद्र सरकाले ने कहा, ‘हर साल की तरह इस साल भी हमारे बैंक का नेट एनपीए ‘शून्य’ रहा। हम चालू वित्त वर्ष में बैंक के कारोबार को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक बैंक का सकल लाभ 200 करोड़ रुपये से अधिक होगा।
इसके अलावा, बैंक के कारोबार को बढ़ाने के लिए कई ऋणों पर ब्याज दरों में कटौती की गई है। चीनी मिलों को दिए जा रहे ऋण की ब्याज दर मौजूदा 12-13 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दी गई है। नई दरें 1 मई 2022 से लागू हो गई थीं।
31 मार्च 2022 तक बैंक का सीआरएआर 14.23 प्रतिशत था। करीब 956 से अधिक पैक्स समितियां बैंक से जुड़े हुई है। जिसमें से 913 लाभ में और 43 हानि में हैं। बैंक की कुल संपत्ति 809 करोड़ रुपये की है।
बैंक की सतारा जिले में 307 शाखाओं और 12 एक्सटेंशन काउंटरों का एक बड़ा नेटवर्क है। पाठकों को याद होगा कि हाल ही में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सतारा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक को दिल्ली के विज्ञान भवन में पुरस्कार से सम्मानित किया था।