पुणे पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल के चुनाव में निवर्तमान अध्यक्ष सुभाष मोहिते के नेतृत्व वाले उत्कर्ष पैनल ने प्रचंड जीत हासिल की।
बोर्ड की सभी 13 सीटों पर उत्कर्ष पैनल के उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया। इस चुनाव में मोहिते को 5178 मत मिले, जबकि सहकार पैनल के प्रमुख दिलीप दगड़े को केवल 1781 मत मिले।
बैंक के नवनिर्वाचित बोर्ड में चार निदेशक नए हैं और शेष निवर्तमान बोर्ड से हैं। उल्लेखनीय है कि सुभाष मोहिते और उनकी टीम की शीर्ष स्तर पर मजबूत पकड़ है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि देश के दूसरे सबसे बड़ी सहकारी बैंक- कॉसमॉस बैंक के अध्यक्ष मिलिंद काले ने भी पुणे पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक के मतदाताओं से उत्कर्ष पैनल के पक्ष में वोट डालने का आग्रह किया था।
चुनाव परिणाम के तुरंत बाद भारतीय सहकारिता से बातचीत में मोहिते ने कहा, “हम अपने शेयरधारकों के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमारे पैनल को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाई। हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और बैंक को नई ऊंचाईयों पर ले जाने की रणनीति तैयार करेंगे।
इस चुनाव में कुल 23 हजार पात्र मतदाताओं में से 6977 ने अपने मत का प्रयोग किया। मतदान पिछले सप्ताह रविवार को हुआ था। गौरतलब है कि बोर्ड की 13 सीटों के लिए 28 उम्मीदवार मैदान में थे।
विजयी उम्मीदवारों में बबन भगड़े, सुभाष मोहिते, जनार्दन रणदीव, रमेश सोनवणे, बिपिन शाह, मिलिंद वानी, निशा करपे, सुभाष गांधी, सुभाष नाडे, श्रीधर गायकवाड़, संजीव असावाले, वैशाली छाजेड़ और विश्वनाथ जाधव शामिल हैं।
जिला उप पंजीयक (ग्रामीण) मिलिंद सोबले को चुनाव प्रक्रिया की देखरेख के लिए रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया था।
पुणे पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक का कारोबार 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने 15 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। महाराष्ट्र और कर्नाटक में बैंक की 22 शाखाएँ हैं।