महाराष्ट्र स्टेट फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटीज (एमएएफसीओसीएस) के अध्यक्ष ओमप्रकाश दडप्पा उर्फ काका कोयते अंतर्राष्ट्रीय संगठन- एसोसिएशन ऑफ एशियन कॉन्फेडरेशन ऑफ क्रेडिट यूनियन्स (एसीसीयू) के निदेशक के रूप में चुने गये हैं। एसीसीयू के इतिहास में पहली बार कोई भारतीय इसके बोर्ड में चुना गया है।
एसीसीयू के निदेशक मंडल का चुनाव बैंकॉक, थाईलैंड में बुधवार को हुआ था। एसोसिएशन के बोर्ड में चुने जाने के बाद कोयते को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने श्रीलंका के ए.डी.वालासिंघे की जगह ली है।
इस चुनाव में निदेशक मंडल की पांच सीटों के लिए ग्यारह उम्मीदवार मैदान में थे और कोयते ने भारी अंतर से चुनाव जीता।
चुनाव के तुरंत बाद बैंकॉक से भारतीय सहकारी संवाददाता से बात करते हुए, कोयते ने कहा, “मुझे एसोसिएशन के बोर्ड में निदेशक के रूप में चुना गया है। मैं 36 वर्षों से सहकारी क्षेत्र से जुड़ा हुआ हूं और मैं 14 वर्षों से एमएएफसीओसीएस के अध्यक्ष के पद पर आसीन हूं। मैं भारत के ऋण सहकारी आंदोलन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रयास करूंगा।”
इस बीच, एसीसीयू के शीर्ष स्तर पर कोई बदलाव नहीं हुआ है, इसकी कमान एक बार फिर कोरिया के यूनुसिक किम ने संभाली है। गौरतलब है एसीसीयू के 190 समर्थक संस्थानों में से 136 कोरिया से हैं। जबकि भारत से एमएएफसीओसीएस और बुलडाना अर्बन इसके सदस्य हैं।
भारत से कोयते के साथ अधिवक्ता अंजलि पाटिल, चेयरपर्सन, महाराष्ट्र स्थित कल्याणी महिला नगरी सहकारी संस्थान और सुरेखा लवंडे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमएएफसीओसीएस की मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी उपस्थित थी।
इस बार एसीसीयू की 149वीं वार्षिक आम बैठक की मेजबानी फेडरेशन ऑफ सेविंग्स एंड क्रेडिट कोऑपरेटिव्स ऑफ थाईलैंड (एफसीएसटी) और क्रेडिट यूनियन लीग ऑफ थाईलैंड (सीयूएलटी) द्वारा की गई थी। 16 देशों के 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।