केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर नई दिल्ली में सरदार पटेल विद्यालय में गुजरात एजुकेशन सोसायटी द्वारा आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया।
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल कल्पना को जमीन पर उतारने के लिए कठोर परिश्रम और पुरूषार्थ करने वाले कर्मयोगी थे।
शाह ने कहा सरदार पटेल ने ही अमूल का बीज बोया और त्रिभुवनदास पटेल जी ने सरदार साहब के विचार, मार्गदर्शन व प्रेरणा से ही अमूल की स्थापना की।
उन्होंने कहा कि 1920 से 1930 के बीच देश में किसानों के शोषण के खिलाफ आवाज़ उठ रही थी और जिस बखूबी से सरदार पटेल ने किसानों को एकत्रित किया, उसे देखकर गांधी जी ने उन्हें सरदार का नाम दिया।
शाह ने कहा कि खराब स्वास्थ्य के बावजूद देशभर की यात्रा कर 500 से ज्यादा रियासतों को भारतीय संघ में जोड़ने का काम सरदार पटेल ने किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत में लोकतंत्र की नींव डाली गयी और सरदार वल्लभभाई पटेल के अथक प्रयासों से भारत को एक किया गया।
आजादी के समय ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने कहा था कि अंग्रेजों के जाते ही भारत खंड-खंड हो जाएगा, भारतीय नेता कम क्षमता वाले है वो सत्ता के लिए लड़ेंगे, लेकिन सरदार साहब ने पूरे देश को एक किया और आज भारत उसी ब्रिटेन को पीछे छोड़ विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया।