दिल्ली स्थित जनता सहकारी बैंक ने चालू वित्त वर्ष के अंत तक 300 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
भारतीय सहकारिता संवाददाता के साथ बातचीत में बैंक के प्रबंध निदेशक पीएस पठानिया ने कहा, “वर्तमान में हमारे बैंक का कुल कारोबार 270 करोड़ रुपये से अधिक का है और हमने इस वित्त वर्ष के अंत तक 300 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है।”
वित्त वर्ष 2021-22 के वित्तीय आंकड़ों को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “हमारा जमा आधार 175.91 करोड़ रुपये (2020-21) से बढ़कर 31 मार्च 2022 तक 177.14 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने 1.16 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।”
“पिछले कई वर्षों से हम अपने शेयरधारकों को लगातार 18 प्रतिशत लाभांश दे रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बैंक का सीआरएआर 19.06 प्रतिशत, शुद्ध एनपीए 2.19 प्रतिशत और सीडी अनुपात 50.45 प्रतिशत रहा”, पठानिया ने बताया।
जनता सहकारी बैंक, दिल्ली ने हाल ही में अपना मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया। बैंक की दिल्ली में पांच शाखा और हज़रत निज़ामुद्दीन (पूर्व) के पास एक एक्सटेंशन काउंटर है। “हम आने वाले दिनों में अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई शाखा खोलने की योजना बना रहे हैं”, उन्होंने कहा।
बैंक की पांच शाखाओं में से चार स्वयं के स्वामित्व वाली हैं और एक यानी नरैना वाली किराए पर है।
दिल्ली का सहकारी आंदोलन काफी कमजोर माना जाता है, लेकिन कई अर्बन कोऑपरेटिव बैंक और थ्रिफ्ट और क्रेडिट सहकारी समितियां हर संभव तरीके से समाज की जरूरतों को पूरा करने में अच्छा काम कर रही हैं और जनता सहकारी बैंक भी उनमें से एक है।
जनता सहकारी बैंक लिमिटेड की स्थापना 12 जून 1956 को हुई थी।