छत्तीसगढ़ सरकार लाख की खेती करने वाले किसानों को जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से शून्य ब्याज पर ऋण देगी।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इसके तहत लाख पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रुपए, बेर पर 900 रुपए तथा पलाश पर 500 रुपए प्रति वृक्ष की लोन सीमा तय की गई है।
लाख उत्पादन बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज (व्यापार एवं विकास) सहकारी संघ ने पहल की है।
छत्तीसगढ़ देश में लाख के उच्चतम उत्पादकों में से एक है। राज्य में वर्तमान समय में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रुपए तक की है।