उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने पिछले सप्ताह शनिवार को इफको की कलोल (गुजरात) इकाई का दौरा किया और देश के पहले नैनो यूरिया (तरल) संयंत्र का निरीक्षण किया।
राठौर ने कहा, “यह संयंत्र पूरी तरह से स्वचालित है और एक मिनट में 150 आधा लीटर की बोतल का उत्पादन कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि 31 जुलाई 2023 से इस प्लांट में नैनो डीएपी का उत्पादन भी शुरू हो जाएगा, जिससे फर्टिलाइजर के लिए हमारी विदेशों पर निर्भरता कम होगी।
यूनिट का दौरा करने के तुरंत बाद, राठौर ने सोशल मीडिया के माध्यम से विवरण साझा करते हुए लिखा, “आज गुजरात के गांधीनगर जिले में देश के पहले नैनो यूरिया (तरल) संयंत्र, कलोल का दौरा किया।”
इस मौके पर इफको की कलोल इकाई के प्रमुख दीपक इनामदार, वरिष्ठ महाप्रबंधक आर.के. रमनैया, संयुक्त महाप्रबंधक पी.के. सिंह, मुख्य प्रबंधक मानव संसाधन भावना गर्ग समेत अन्य लोग मौजूद थे।