इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) को दुनिया की शीर्ष 300 सहकारिताओं में पहला स्थान मिला है।
यह रैंकिंग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर कारोबार के अनुपात पर आधारित है। यह दर्शाता है कि इफको राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
वैश्विक सहकारी आंदोलन पर इफको की यह छाप माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “सहकार से समृद्धि” के विजन और श्री अमित शाह, माननीय प्रथम सहकारिता मंत्री, भारत सरकार के कुशल नेतृत्व से प्रेरित है। इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (आईसीए) की 11वीं वार्षिक वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनीटर (डब्ल्यूसीएम) रिपोर्ट के 2022 संस्करण के अनुसार यह देश के सकल घरेलु उत्पाद एवं आर्थिक विकास में इफको के कारोबारी योगदान को दर्शाता है, इफको की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि “यह इफको और भारतीय सहकारिता आंदोलन के लिए गौरव का क्षण है। यह भारतीय सहकारिता आंदोलन में हम सभी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने आगे कहा कि इफको माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन को साकार कर रहा है। यह श्री अमित शाह, माननीय प्रथम सहकारिता मंत्री, भारत सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व और श्री दिलीप संघाणी, अध्यक्ष के मार्गदर्शन का परिणाम है। इसके साथ ही, निदेशक मंडल, प्रतिनिधियों और इफको कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों ने इसे संभव बनाया है। यह पूरे इफको परिवार और भारतीय सहकारी समितियों के लिए गर्व और खुशी का क्षण है,
इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी ने कहा कि इफको में, हम देश भर के किसानों के विकास और देश के दूरस्थ क्षेत्रों तक भारतीय सहकारी आंदोलन को ले जाने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैं। हम नवाचार और डिजिटलीकरण में विश्वास करते हैं क्योंकि यह सफलता की कुंजी है। मैं इस एक और उपलब्धि के लिए इफको और देश की पूरी सहकारी बिरादरी के सभी लोगों को बधाई देता हूं। इफको ने अंतरराष्ट्रीय सहकारी क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से भारत को गौरवान्वित किया है।
इफको अपनी लगभग 36,000 सदस्य सहकारी समितियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्थाओं में शीर्ष पर है। हाल ही में, इफको ने दुनिया का पहला नैनो उर्वरक, इफको नैनो यूरिया तरल विकसित किया है। रासायनिक उर्वरक के उपयोग को कम करने और फसल उत्पादकता में वृद्धि करने के उद्देश्य से विकसित यह उर्वरक सतत कृषि की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इफको का नैनो यूरिया प्रधानमंत्री की ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘आत्मनिर्भर कृषि’ की पहल को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
इफको ने कृषि क्षेत्र की दुनिया की शीर्ष दस सहकारी समितियों में भी पहला स्थान हासिल किया है।
इंटरनेशनल कोऑपरेटिव एलायंस (आईसीए) और यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल एंटरप्राइजेज ने एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के दौरान वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर का 2022 संस्करण जारी किया। यह 10वीं वार्षिक रिपोर्ट है जो दुनिया भर की सबसे बड़ी सहकारिताओं और उनके आर्थिक और सामाजिक प्रभाव की पड़ताल करने के साथ-साथ शीर्ष 300 सहकारिताओं की रैंकिंग, सेक्टर रैंकिंग और वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के प्रति प्रतिक्रिया का विश्लेषण करती है।
वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनिटर के बारे में: वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनिटर एक परियोजना है जिसे दुनिया भर में सहकारी समितियों के बारे में मजबूत आर्थिक, संगठनात्मक और सामाजिक आंकड़ा एकत्र करने के लिए बनाया गया है। यह दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी समितियों और उनके सहयोगियों के प्रमुख आर्थिक और रोजगार डेटा पर रिपोर्ट करने के लिए प्रत्येक वर्ष प्रकाशित किया जाता है।
यूरिक्से ट्रेंटो (इटली) में स्थित एक शोध संस्थान है, जिसका ध्येय सहकारी समितियों, सामाजिक उद्यमों और वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में लगे अन्य गैर-लाभकारी संगठनों के क्षेत्र में ज्ञान विकास और नवाचार को बढ़ावा देना और इस प्रकार के संगठनों के बारे में गहरी समझ विकसित करना तथा आर्थिक और सामाजिक विकास पर उनके प्रभाव का अध्ययन करना है।
यूरिक्से की गतिविधियों का उद्देश्य सहकारी और सामाजिक उद्यम संबंधी अनुसंधान में हो रहे बिखराव को कम करना तथा वैज्ञानिक और राजनीतिक बहस में इस क्षेत्र की उपस्थिति को मजबूत करना है।