सामान्य व्यक्ति को सूक्ष्म ऋण उपलब्ध कराने में क्रेडिट सहकारी समितियां वरदान साबित होगी। यह बात सहकार भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संजय पाचपोर ने गोरखपुर में अमहिया किसान उत्पादक संगठन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा राष्ट्रीयकृत बैंकों में ऋण लेने में दिक्कत होती है अब क्रेडिट सहकारी समिति के जुड़े सदस्यो को आसानी से छोटे से उद्योग के लिए ऋण मिल सकेगा।
समारोह में उत्तर प्रदेश सहकारी फेडरेशन लि लखनऊ के सभापति वाल्मिकी त्रिपाठी ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन से जुड़कर सूक्ष्म एवम् मध्यम वर्गीय किसान प्रसंस्करण कर अपनी उपज का अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में नई सहकारी समितियों का गठन कर सहकार भारती उल्लेखनीय कार्य कर रही है।
सहकार भारती उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र उपाध्याय ने कहा कि सहकार भारती समितियों के सदस्यो को प्रशिक्षित कर उनको संस्कारवान बनाती है जिससे वह सामाजिक भावना से बेहतर कार्य कर सके।
सहकार भारती उत्तर प्रदेश के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रवीण सिंह जादौन ने कहा सहकार भारती प्रदेश में सहकारी समितियों के उत्थान के लिए सतत
प्रयतशील है। नए क्षेत्र के क्रेडिट सहकारी समिति रेशम सहकारी समिति, औद्यनिक सहकारी समिति, दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति, चिकित्सा सहकारी समितियों का गठन कर ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं।
सहकार भारती एसएचजी प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रमुख मीनाक्षी राय ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओ द्वारा
निर्मित उत्पाद को सहकार भारती उनकी मार्केटिग में सहयोग प्रदान करेगी।
समारोह के प्रारंभ में अमहिया क्रेडिट सहकारी समिति के अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत कर, क्रेडिट सहकारी समिति के
उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
समारोह में ग्राम प्रधान अरविंद सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किए और इसका संचालन डा वीना गुप्ता द्वारा किया गया।
उद्घाटन समारोह में एसएचजी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक राजेश शर्मा, प्रदेश संपर्क प्रमुख अशोक कुमार शुक्ला, श्रम सहकारी प्रकोष्ठ के प्रमुख विष्णु दुबे समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।