दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था इफको नैनो डीएपी के उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ रही है।
वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में इफको नैनो डीएपी का ट्रायल चल रहा है। इस कड़ी में राजस्थान के जैसलमेर के किसानों ने अपने खेत में नैनो डीएपी का प्रयोग किया।
सोशल मीडिया पर विवरण साझा करते हुए, इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी ने लिखा, “किसान अब अपनी फसलों में परीक्षण के लिए इफको नैनो डीएपी का उपयोग कर रहे हैं। ऐसा ही ट्रायल राजस्थान के हनुमानगढ़ के एक खेत में जौ की फसल पर हो रहा है।
बताया जा रहा है कि इफको अपनी कालोल (गुजरात) इकाई में 250 करोड़ रुपये की लागत से प्लांट लगा रही है। यह एक मिनट में आधा लीटर की 150 बोतलों का उत्पादन कर सकता है। वहीं 31 जुलाई 2023 से इस प्लांट में नैनो डीएपी का उत्पादन शुरू हो जाएगा।