सीए अजय ब्रम्हेचा को महाराष्ट्र अर्बन कोऑपरेटिव बैंक फेडरेशन (एमयूसीबीएफ) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। वहीं काजिस बैंक के अध्यक्ष प्रकाश अवाडे की बहु सुश्री वैशाली अवाडे उपाध्यक्ष चुनी गईं। यह चुनाव गुरुवार को हुआ था।
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में विद्याधर अनास्कर ने आरएसएस से जुड़े संगठन सहकार भारती के नेतृत्व वाले पैनल के निदेशकों को लुभाने की हर संभव कोशिश की लेकिन चुनाव जीतने में सफल नहीं हो पाए।
इस चुनाव में ब्रम्हेचा और सुश्री अवाडे को 11 मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी निपुणराव कोरे और योगेश बान को 10 वोट मिले।
दिलचस्प बात यह है कि कोरे और बान ने फेडरेशन के निदेशक मंडल का चुनाव सहकार भारती के नेतृत्व वाले पैनल से लड़ा था लेकिन महाराष्ट्र भाजपा आलाकमान के कहने पर वह अनास्कर की टीम में शामिल हो गए थे। और विपक्षी पैनल ने उन्हें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा।
पाठकों को याद होगा कि फेडरेशन के निदेशक मंडल के चुनाव में अनास्कर के पैनल ने केवल पांच सीट जीती थी, लेकिन अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव से पहले सहकार भारती के चार नव निर्वाचित निदेश निपुनराव कोरे, योगेश बान, सतीश गुप्ता और अनिल देसाई सहित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने अनास्कर पैनल का दामन थाम लिया था।
बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस चुनाव में हस्तक्षेप करते हुए प्रवीण दारेकर और अनास्कर को अपना समर्थन दिया। उल्लेखनीय है कि भाजपा के नेता दारेकर ने अनास्कर के पैनल से निदेशक मंडल का चुनाव लड़ा था और बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।
चुनाव के तुरंत बाद सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी ने भारतीय सहकारिता से बात करते हुए कहा, “आखिरकार हमारी टीम ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव पूर्ण बहुमत से जीता। हम सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए काम करते हैं। हमारा उद्देश्य पार्टी लाइन से हटकर काम करना है।”
सहकार भारती के संस्थापक सदस्यों में से एक और आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक सतीश मराठे ने विजेताओं को बधाई देने में कोई समय नहीं गंवाया। “अजयजी और वैशालीताई को जीत के लिए हार्दिक बधाई। सहकार भारती पैनल के सभी नवनिर्वाचित निदेशकों को दिए गए उत्कृष्ट संगठनात्मक समर्थन के लिए डॉ. उदयजी जोशी और विवेकजी जुगड़े को भी विशेष बधाई”, उन्होंने फेसबुक वॉल पर लिखा।
महाराष्ट्र यूसीबी फेडरेशन राज्य के शहरी सहकारी बैंकों का शीर्ष निकाय है।