पुणे स्थित विश्वेश्वर सहकारी बैंक (मल्टी स्टेट को-ऑप बैंक) के हालिया चुनाव में स्टार के रूप में उभरे अनिल गाडवे ने कहा कि हमने तीन साल में बैंक के कारोबार को 5 हजार करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
“वर्तमान में हमारे बैंक का कारोबार करीब 2600 करोड़ रुपये का है और हमें उम्मीद है कि हम तय लक्ष्य को हासिल करने में सफल होंगे”, गाडवे ने चुनाव के तुरंत बाद भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए कहा।
उन्होंने आगे कहा, “हमें नेट बैंकिंग के लिए भी भारतीय रिजर्व बैंक से अनुमति मिल गई है और यह सुविधा कुछ महीनों में हमारे ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। इसके अलावा, हमने तीन नई शाखाएं खोलने के लिए आरबीआई के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया है।”
“हम एनपीए को शून्य पर लाने के लिए भी प्रयासरत रहेंगे। अभी बैंक का नेट एनपीए 3 प्रतिशत और ग्रॉस एनपीए 5 फीसदी है। हम जल्द ही इसके लिए भी रणनीति तैयार करेंगे”, गाडवे ने जोर देकर कहा।
गौरतलब है कि अनिल गाडवे और निवर्तमान अध्यक्ष सुनील रूकारी के नेतृत्व वाले पैनल ने पिछले सप्ताह हुए चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की।
नए बोर्ड में 11 निर्वाचित निदेशक हैं, जिनमें से 4 नए और बाकी पुराने हैं।
पाठकों को याद होगा कि बैंक ने अपने अस्तित्व के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं और स्वर्ण जयंती मनाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
विश्वेश्वर सहकारी बैंक की महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों में 28 शाखाएं हैं। पिछले वित्त वर्ष में बैंक ने 14 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।