देश की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था इफको के नैनो डीएपी को केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया है और शुक्रवार को उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफसीओ) में अधिसूचित किया गया।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी ने कहा, “बहुत ही गर्व की बात है कि इफको नैनो डीएपी को भारत सरकार द्वारा मान्यता मिल गई है। शानदार परिणामों के कारण इसे उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफसीओ) के अन्तर्गत अधिसूचित किया गया है। भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए तुरुप का इक्का साबित होने वाली नैनो डीएपी का उत्पादन इफको करेगी।”
बता दें कि इसके लिए संयंत्र पारादीप, कलोल और कांडला में स्थापित किया जा रहा है और इस साल जुलाई से उत्पादन शुरू हो जाएगा। गुजरात में इफको की कलोल इकाई में 250 करोड़ रुपये की लागत से नैनो डीएपी के उत्पादन के लिए संयंत्र स्थापित किया जा रहा है और यह पूरी तरह से स्वचालित होगा।
इस संयंत्र के माध्यम से एक मिनट में आधा लीटर की 150 बोतलों का उत्पादन किया जा सकता है। नव विकसित इफको नैनो डीएपी पारंपरिक डीएपी की तुलना में न केवल लागत कम करेगा बल्कि सब्सिडी में भी कटौती करेगा। बताया जा रहा है कि नैनो डीएपी की एक बोतल की कीमत करीब 600 रुपये होगी।
वर्तमान में, पारंपरिक डीएपी के एक बैग की कीमत 1,350 रुपये है, जबकि एक बैग की वास्तविक कीमत 4,000 रुपये होती है। वास्तविक लागत और किसानों द्वारा भुगतान की गई कीमतों के बीच के अंतर को सरकार द्वारा उर्वरक सब्सिडी मद के तहत वहन किया जाता है।
इस खबर से उत्साहित, इफको के अध्यक्ष दिलीपभाई संघानी और प्रबंध निदेशक डॉ यूएस अवस्थी ने सोशल मीडिया के माध्यम से विवरण साझा करने में कोई समय नहीं गंवाया।
अपने ट्वीट में, संघानी ने लिखा, “इफको नैनो डीएपी को भारत सरकार ने मंज़ूरी दे दी है और इसे उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफसीओ) के अन्तर्गत अधिसूचित किया गया है। भारतीय कृषि, अर्थव्यवस्था और सहकारिता के लिए वरदान साबित होगा इफको नैनो डीएपी। भारत सरकार का धन्यवाद. इफको के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को बधाई।”
इस उपलब्धि पर अवस्थी और संघानी दोनों के अनुयायियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। एक यूजर ने लिखा, “मुझे यकीन है कि किसानों और सहकारिता के लिए डॉ यू एस अवस्थी के योगदान को पूरी दुनिया हमेशा याद रखेगी और सलाम करेगी। उन्होंने अपने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को चमत्कार करने के लिए मार्गदर्शन और वातावरण और मंच प्रदान किया है।”
इसमें कोई संदेह नहीं है कि इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने उर्वरकों की नैनो रेंज के सफल लॉन्च के लिए कड़ी मेहनत की है।