उत्तर प्रदेश के विभिन्न राजनीतिक दल इन दिनों प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के आगामी चुनावों को जीतने के लिए रणनीति तैयार करने में जुटे हैं।
राज्य की 7,000 से अधिक प्राथमिक सहकारी समितियों के निदेशक मंडल का चुनाव 18 मार्च को होगा वहीं अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 19 मार्च 2023 के लिए निर्धारित है।
पैक्स का चुनाव जीतने के लिए भाजपा, सपा समेत अन्य राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हाल ही में चुनाव को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मपाल सिंह, संतोष सिंह, भोला सिंह, प्रकाश द्विवेदी, अमित बाल्मीकि समेत अन्य नेताओं ने सक्रिय रूप से कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
चित्रकूट में सहकारिता चुनाव की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में भाजपा के आनंद शुक्ला शामिल हुए तो बुलंदशहर व बांदा में आयोजित बैठक में अमित बाल्मीकि और प्रकाश द्विवेदी ने भाग लिया।
इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के नेता भी चुनाव जीतने के लिए काफी जद्दोजहद कर रहे हैं। सपा नेता विजय यादव सहित अन्य नेताओं ने सोनभद्र जिले में अपनी पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की। एक अन्य बैठक में यूपी के जालौन जिले के उरई में नवाब सिंह यादव ने स्थानीय सहकारी नेताओं के साथ बैठक में भाग लिया।
उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक, “प्राथमिक सहकारी समितियों (सहकारी संघ और क्रय-विक्रय सहकारिता को छोड़कर) के निदेशक मंडल का चुनाव 18-03-2023 को होगा और अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 19 मार्च 2023 को होगा।
“संबंधित प्राथमिक स्तर के सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों के चुनाव 06 मार्च 2023 को आयोजित किए जाएंगे। निदेशक मंडल का चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार 14 मार्च 2023 को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं”, उन्होंने आगे कहा।
प्राथमिक स्तर की सहकारी समितियों के चुनाव के बाद जिले और राज्य स्तर की सहकारी समितियों का चुनाव होगा। बाद में क्रय-विक्रय सहकारी समितियों का चुनाव 3 अप्रैल 2023 से 13 अप्रैल 2023 के बीच होग।