कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव और उर्वरक विभाग के सचिव ने आईसीएआर और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित एक बैठक की सह-अध्यक्षता की।
मृदा स्वास्थ्य में सुधार और उत्पादकता में वृद्धि के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को रेखांकित किया गया और राज्यों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिश के आधार पर रासायनिक, जैविक और जैव उर्वरकों और तथा अन्य अभिनव उर्वरकों के विवेकपूर्ण मिश्रण को प्रोत्साहन देने की सलाह दी गई।
हाल के वर्षों में, नैनो उर्वरकों को बाजार में पेश किया गया है और आईसीएआर द्वारा किए गए परीक्षणों में इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं।
आईसीएआर ने नैनो-उर्वरकों के संबंध में विभिन्न खुराकों के साथ कई स्थानों पर विभिन्न फसलों में जैव-प्रभावकारिता परीक्षण आयोजित किए हैं और नैनो यूरिया के उपयोग के लिए पैकेज ऑफ प्रैक्टिस तैयार करने की प्रक्रिया जारी है, जो किसानों को इन उर्वरकों को अपनाने में मदद करेगा।
कुछ राज्यों ने यह भी बताया कि किसानों को नैनो-उर्वरकों के प्रयोग से उपज और गुणवत्ता के मामले में अच्छे परिणाम मिले हैं और वे एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन और नैनो यूरिया के उपयोग के संबंध में प्रयास कर रहे हैं।