देश का सबसे बड़ा शहरी सहकारी बैंक- सारस्वत कोऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में 75,500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया और 352 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
इसके अलावा, उक्त वित्त वर्ष में बैंक का नेट एनपीए घटकर ‘शून्य’ हो गया। सोशल मीडिया के माध्यम से सारस्वत बैंक ने वित्तीय आंकड़ों को साझा किया। वित्त वर्ष 2021-22 के मुकाबले बैंक का कुल कारोबार 71,573 रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 75,559 करोड़ रुपये हो गया।
31 मार्च 2023 तक बैंक का जमा आधार 42,870 करोड़ रुपये से बढ़कर 44,502 करोड़ रुपये हो गया और एडवांस 28,701 करोड़ रुपये से बढ़कर 31,057 रुपये हो गया। बैंक का ओन फंड 4,181 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,759 करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2022-23 में, बैंक ने 887 करोड़ रुपये का सकल लाभ और 352 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। “हम अपने सभी ग्राहकों और हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिनके अटूट विश्वास और समर्थन से हम आगे बढ़ने में सक्षम है। हमारी अद्भुत यात्रा का अभिन्न अंग बनने के लिए धन्यवाद”, सारस्वत बैंक ने सोशल मीडिया पर लिखा।
बता दें कि सारस्वत सहकारी बैंक 104 साल पुराना बैंक है। फोर्ब्स वर्ल्ड्स बेस्ट बैंक्स (इंडिया) सर्वेक्षण में बैंक ने लगातार तीन वर्षों तक फॉर्च्यून इंडिया 500 सूची में लगातार पांच वर्षों तक स्थान बनाया है और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) से लगातार छह बार ‘सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी’ श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त किया।
गौरतलब है कि सारस्वत सहकारी बैंक ने हाल ही में अपने खुदरा और कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए ओमनीचैनल डिजिटल बैंकिंग समाधानों को लागू करने के लिए सिंगापुर स्थित डिजिटल बैंकिंग समाधान प्रदाता टैगिट के साथ साझेदारी की है।